Proverbs 3:11-26

नीतिवचन 3:11-26 - हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुँह न मोड़ना,
और जब वह तुझे डाँटे,
तब तू बुरा न मानना,
क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है
उसको डाँटता है,
जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह
अधिक चाहता है।

क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए,
और वह मनुष्य जो समझ प्राप्‍त करे,
क्योंकि बुद्धि की प्राप्‍ति चाँदी की प्राप्‍ति
से बड़ी,
और उसका लाभ चोखे सोने के लाभ से
भी उत्तम है।
वह मूंगे से अधिक अनमोल है,
और जितनी वस्तुओं की तू
लालसा करता है,
उनमें से कोई भी उसके तुल्य न ठहरेगी।
उसके दाहिने हाथ में दीर्घायु,
और उसके बाएँ हाथ में धन
और महिमा हैं।
उसके मार्ग आनन्ददायक हैं,
और उसके सब मार्ग कुशल के हैं।
जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं,
उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है;
और जो उसको पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं।

यहोवा ने पृथ्वी की नींव बुद्धि ही से डाली;
और स्वर्ग को समझ ही के द्वारा
स्थिर किया।
उसी के ज्ञान के द्वारा गहिरे सागर फूट निकले,
और आकाशमण्डल से ओस टपकती है।
हे मेरे पुत्र, ये बातें तेरी दृष्‍टि की ओट में
न होने पाएँ,
खरी बुद्धि और विवेक की रक्षा कर,
तब इन से तुझे जीवन मिलेगा,
और ये तेरे गले का हार बनेंगे।
तब तू अपने मार्ग पर निडर चलेगा,
और तेरे पाँव में ठेस न लगेगी।
जब तू लेटेगा, तब भय न खाएगा,
जब तू लेटेगा, तब सुख की नींद आएगी।
अचानक आनेवाले भय से न डरना,
और जब दुष्‍टों पर विपत्ति आ पड़े,
तब न घबराना;
क्योंकि यहोवा तुझे सहारा दिया करेगा,
और तेरे पाँव को फन्दे में फँसने न देगा।

हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुँह न मोड़ना, और जब वह तुझे डाँटे, तब तू बुरा न मानना, क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है उसको डाँटता है, जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह अधिक चाहता है। क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए, और वह मनुष्य जो समझ प्राप्‍त करे, क्योंकि बुद्धि की प्राप्‍ति चाँदी की प्राप्‍ति से बड़ी, और उसका लाभ चोखे सोने के लाभ से भी उत्तम है। वह मूंगे से अधिक अनमोल है, और जितनी वस्तुओं की तू लालसा करता है, उनमें से कोई भी उसके तुल्य न ठहरेगी। उसके दाहिने हाथ में दीर्घायु, और उसके बाएँ हाथ में धन और महिमा हैं। उसके मार्ग आनन्ददायक हैं, और उसके सब मार्ग कुशल के हैं। जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं, उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है; और जो उसको पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं। यहोवा ने पृथ्वी की नींव बुद्धि ही से डाली; और स्वर्ग को समझ ही के द्वारा स्थिर किया। उसी के ज्ञान के द्वारा गहिरे सागर फूट निकले, और आकाशमण्डल से ओस टपकती है। हे मेरे पुत्र, ये बातें तेरी दृष्‍टि की ओट में न होने पाएँ, खरी बुद्धि और विवेक की रक्षा कर, तब इन से तुझे जीवन मिलेगा, और ये तेरे गले का हार बनेंगे। तब तू अपने मार्ग पर निडर चलेगा, और तेरे पाँव में ठेस न लगेगी। जब तू लेटेगा, तब भय न खाएगा, जब तू लेटेगा, तब सुख की नींद आएगी। अचानक आनेवाले भय से न डरना, और जब दुष्‍टों पर विपत्ति आ पड़े, तब न घबराना; क्योंकि यहोवा तुझे सहारा दिया करेगा, और तेरे पाँव को फन्दे में फँसने न देगा।

नीतिवचन 3:11-26

Proverbs 3:11-26