2 Corinthians 5:13-15

यदि हम बेसुध हैं तो परमेश्वर के लिये, और यदि चैतन्य हैं तो तुम्हारे लिये हैं। क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है; इसलिये कि हम यह समझते हैं कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गए। और वह इस निमित्त सब के लिये मरा कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएँ परन्तु उसके लिये जो उनके लिये मरा और फिर जी उठा।
2 कुरिन्थियों 5:13-15