परिणाम के लिए खोज: यूहन्ना 8:38

यूहन्ना 5:8 (HINOVBSI)

यीशु ने उससे कहा, “उठ, अपनी खाट उठा, और चल फिर।”

यूहन्ना 12:8 (HINOVBSI)

क्योंकि कंगाल तो तुम्हारे साथ सदा रहते हैं, परन्तु मैं तुम्हारे साथ सदा नहीं रहूँगा। ”

यूहन्ना 15:8 (HINOVBSI)

मेरे पिता की महिमा इसी से होती है कि तुम बहुत सा फल लाओ, तब ही तुम मेरे चेले ठहरोगे।

भजन संहिता 38:8 (HINOVBSI)

मैं निर्बल और बहुत ही चूर हो गया हूँ; मैं अपने मन की घबराहट से कराहता हूँ।

1 यूहन्ना 1:8 (HINOVBSI)

यदि हम कहें कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं, और हम में सत्य नहीं।

1 यूहन्ना 2:8 (HINOVBSI)

फिर भी मैं तुम्हें नई आज्ञा लिखता हूँ, और यह उसमें और तुम में सच्‍ची ठहरती है; क्योंकि अन्धकार मिटता जाता है और सत्य की ज्योति अब चमकने लगी है।

1 यूहन्ना 3:8 (HINOVBSI)

जो कोई पाप करता है वह शैतान की ओर से है, क्योंकि शैतान आरम्भ ही से पाप करता आया है। परमेश्‍वर का पुत्र इसलिये प्रगट हुआ कि शैतान के कामों का नाश करे।

1 यूहन्ना 4:8 (HINOVBSI)

जो प्रेम नहीं रखता वह परमेश्‍वर को नहीं जानता, क्योंकि परमेश्‍वर प्रेम है।

1 यूहन्ना 5:8 (HINOVBSI)

गवाही देनेवाले तीन हैं, आत्मा, और पानी, और लहू; और तीनों एक ही बात पर सहमत हैं।

3 यूहन्ना 1:8 (HINOVBSI)

इसलिये ऐसों का स्वागत करना चाहिए, जिससे हम भी सत्य के पक्ष में उनके सहकर्मी हों।

2 यूहन्ना 1:8 (HINOVBSI)

अपने विषय में चौकस रहो, कि जो परिश्रम हम ने किया है उसको तुम गवाँ न दो, वरन् उसका पूरा प्रतिफल पाओ।

यूहन्ना 10:10 (HINOVBSI)

चोर किसी और काम के लिये नहीं परन्तु केवल चोरी करने और घात करने और नष्‍ट करने को आता है; मैं इसलिये आया कि वे जीवन पाएँ, और बहुतायत से पाएँ।

यूहन्ना 14:6 (HINOVBSI)

यीशु ने उससे कहा, “मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता।

यूहन्ना 14:27 (HINOVBSI)

मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूँ, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूँ; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता : तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डरे।

यूहन्ना 15:13 (HINOVBSI)

इससे बड़ा प्रेम किसी का नहीं कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे।

यूहन्ना 16:33 (HINOVBSI)

मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कहीं हैं कि तुम्हें मुझ में शान्ति मिले। संसार में तुम्हें क्लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बाँधो, मैं ने संसार को जीत लिया है।”

यूहन्ना 1:1 (HINOVBSI)

आदि में वचन था, और वचन परमेश्‍वर के साथ था, और वचन परमेश्‍वर था।

यूहन्ना 3:16 (HINOVBSI)

“क्योंकि परमेश्‍वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्‍वास करे वह नष्‍ट न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।

यूहन्ना 3:17 (HINOVBSI)

परमेश्‍वर ने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा कि जगत पर दण्ड की आज्ञा दे, परन्तु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए।

यूहन्ना 15:5 (HINOVBSI)

मैं दाखलता हूँ : तुम डालियाँ हो। जो मुझ में बना रहता है और मैं उसमें, वह बहुत फल फलता है, क्योंकि मुझ से अलग होकर तुम कुछ भी नहीं कर सकते।

यूहन्ना 15:7 (HINOVBSI)

यदि तुम मुझ में बने रहो और मेरा वचन तुम में बना रहे, तो जो चाहो माँगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा।

यूहन्ना 5:40 (HINOVBSI)

फिर भी तुम जीवन पाने के लिये मेरे पास आना नहीं चाहते।

यूहन्ना 5:41 (HINOVBSI)

मैं मनुष्यों से आदर नहीं चाहता।

यूहन्ना 5:42 (HINOVBSI)

परन्तु मैं तुम्हें जानता हूँ कि तुम में परमेश्‍वर का प्रेम नहीं।

यूहन्ना 5:43 (HINOVBSI)

मैं अपने पिता के नाम से आया हूँ, और तुम मुझे ग्रहण नहीं करते; यदि अन्य कोई अपने ही नाम से आए, तो उसे ग्रहण कर लोगे।