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न्यायियों 19:8 (HINOVBSI)
पाँचवें दिन भोर को वह विदा होने को सबेरे उठा; परन्तु स्त्री के पिता ने कहा, “अपना जी ठण्डा कर, और तुम दोनों दिन ढलने तक रुके रहो।” तब उन दोनों ने रोटी खाई।
न्यायियों 19:9 (HINOVBSI)
जब वह पुरुष अपनी रखैल और सेवक समेत विदा होने को उठा, तब उसके ससुर अर्थात् स्त्री के पिता ने उससे कहा, “देख, दिन तो ढल चला है, और साँझ होने पर है; इसलिये तुम लोग रात भर टिके रहो। देख, दिन तो डूबने पर है; इसलिये यहीं आनन्द करता हुआ रात बिता, और सबेरे उठकर अपना मार्ग लेना, और अपने डेरे को चले जाना।”
न्यायियों 19:10 (HINOVBSI)
परन्तु उस पुरुष ने उस रात को टिकना न चाहा, इसलिये वह उठकर विदा हुआ, और काठी कसे हुए दो गदहे और अपनी रखैल संग लिए हुए यबूस के सामने तक (जो यरूशलेम कहलाता है) पहुँचा।
न्यायियों 19:12 (HINOVBSI)
उसके स्वामी ने उससे कहा, “हम पराए नगर में जहाँ कोई इस्राएली नहीं रहता, न उतरेंगे; गिबा तक बढ़ जाएँगे।”
न्यायियों 19:13 (HINOVBSI)
फिर उसने अपने सेवक से कहा, “आ, हम उधर के स्थानों में से किसी के पास जाएँ, हम गिबा या रामा में रात बिताएँ।”
न्यायियों 19:14 (HINOVBSI)
और वे आगे की ओर चले; और उनके बिन्यामीन के गिबा के निकट पहुँचते पहुँचते सूर्य अस्त हो गया,
न्यायियों 19:15 (HINOVBSI)
इसलिये वे गिबा में टिकने के लिये उसकी ओर मुड़ गए। और वह भीतर जाकर उस नगर के चौक में बैठ गया; क्योंकि किसी ने उनको अपने घर में न टिकाया।
न्यायियों 19:16 (HINOVBSI)
तब एक बूढ़ा अपने खेत के काम को निपटाकर साँझ को चला आया; वह तो एप्रैम के पहाड़ी देश का था, और गिबा में परदेशी होकर रहता था; परन्तु उस स्थान के लोग बिन्यामीनी थे।
न्यायियों 19:17 (HINOVBSI)
उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा; और उस बूढ़े ने पूछा, “तू किधर जाता, और कहाँ से आता है?”
न्यायियों 19:18 (HINOVBSI)
उसने उससे कहा, “हम लोग यहूदा के बैतलहम से आकर एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर जाते हैं, मैं तो वहीं का हूँ; और यहूदा के बैतलहम तक गया था, और अपने घर को जाता हूँ, परन्तु कोई मुझे अपने घर में नहीं टिकाता।
न्यायियों 19:19 (HINOVBSI)
हमारे पास गदहों के लिये पुआल और चारा भी है, और मेरे और तेरी इस दासी और इस जवान के लिये भी जो तेरे दासों के संग है रोटी और दाखमधु भी है; हमें किसी वस्तु की घटी नहीं है।”
न्यायियों 19:20 (HINOVBSI)
बूढ़े ने कहा, “तेरा कल्याण हो; तेरे प्रयोजन की सब वस्तुएँ मेरे सिर हों; परन्तु रात को चौक में न बिता।”
न्यायियों 19:21 (HINOVBSI)
तब वह उसको अपने घर ले चला, और गदहों को चारा दिया; तब वे पाँव धोकर खाने–पीने लगे।
न्यायियों 19:22 (HINOVBSI)
वे आनन्द कर रहे थे कि नगर के लुच्चों ने घर को घेर लिया, और द्वार को खटखटा–खटखटाकर घर के उस बूढ़े स्वामी से कहने लगे, “जो पुरुष तेरे घर में आया है, उसे बाहर ले आ, कि हम उस से भोग करें।”
न्यायियों 19:23 (HINOVBSI)
घर का स्वामी उनके पास बाहर जाकर उनसे कहने लगा, “नहीं, नहीं, हे मेरे भाइयो, ऐसी बुराई न करो; यह पुरुष जो मेरे घर पर आया है, इस से ऐसी मूढ़ता का काम मत करो।
न्यायियों 19:24 (HINOVBSI)
देखो, यहाँ मेरी कुँवारी बेटी है, और उस पुरुष की रखैल भी है; उनको मैं बाहर ले आऊँगा। और उनका पत–पानी लो तो लो, और उनसे तो जो चाहो सो करो; परन्तु इस पुरुष से ऐसी मूढ़ता का काम मत करो।”
न्यायियों 19:25 (HINOVBSI)
परन्तु उन मनुष्यों ने उसकी न मानी। तब उस पुरुष ने अपनी रखैल को पकड़कर उनके पास बाहर कर दिया; और उन्होंने उससे कुकर्म किया, और रात भर क्या भोर तक उससे लीला क्रीड़ा करते रहे; और पौ फटते ही उसे छोड़ दिया।
न्यायियों 19:26 (HINOVBSI)
तब वह स्त्री पौ फटते ही जा के उस मनुष्य के घर के द्वार पर जिसमें उसका पति था गिर गई, और उजियाला होने तक वहीं पड़ी रही।
न्यायियों 19:27 (HINOVBSI)
सबेरे जब उसका पति उठ, घर का द्वार खोल, अपना मार्ग लेने को बाहर गया, तो क्या देखा कि उसकी रखैल घर के द्वार के पास डेवढ़ी पर हाथ फैलाए हुए पड़ी है।
न्यायियों 19:28 (HINOVBSI)
उस ने उससे कहा, “उठ, हम चलें।” जब कोई उत्तर न मिला, तब वह उसको गदहे पर लादकर अपने स्थान को गया।
न्यायियों 19:29 (HINOVBSI)
जब वह अपने घर पहुँचा, तब छूरी ले रखैल को अंग अंग अलग करके काटा; और उसे बारह टुकड़े करके इस्राएल के देश में भेज दिया।
न्यायियों 19:30 (HINOVBSI)
जितनों ने उसे देखा, वे सब आपस में कहने लगे, “इस्राएलियों के मिस्र देश से चले आने के समय से लेकर आज के दिन तक ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ, और न देखा गया; अत: इस पर सोचकर सम्मति करो, और बताओ।”
न्यायियों 20:1 (HINOVBSI)
तब दान से लेकर बेर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलाद के लोग भी निकले, और उनकी मण्डली एक मत होकर मिस्पा में यहोवा के पास इकट्ठी हुई।
न्यायियों 20:2 (HINOVBSI)
और सारी प्रजा के प्रधान लोग, वरन् सब इस्राएली गोत्रों के लोग जो चार लाख तलवार चलानेवाले प्यादे थे, परमेश्वर की प्रजा की सभा में उपस्थित हुए।
न्यायियों 20:3 (HINOVBSI)
(बिन्यामीनियों ने सुना कि इस्राएली मिस्पा को आए हैं।) और इस्राएली पूछने लगे, “हम से कहो, यह बुराई कैसे हुई?”