परिणाम के लिए खोज: उत्पत्ति 22
उत्पत्ति 32:22 (HINOVBSI)
उसी रात वह उठा और अपनी दोनों स्त्रियों, और दोनों दासियों और ग्यारहों लड़कों को संग लेकर घाट से यब्बोक नदी के पार उतर गया।
उत्पत्ति 34:22 (HINOVBSI)
वे लोग केवल इस बात पर हमारे संग रहने और एक ही समुदाय के मनुष्य हो जाने को प्रसन्न हैं कि उनके समान हमारे सब पुरुषों का भी खतना किया जाए।
उत्पत्ति 43:22 (HINOVBSI)
और दूसरा रुपया भी भोजनवस्तु मोल लेने के लिये लाए हैं; हम नहीं जानते कि हमारा रुपया हमारे बोरों में किसने रख दिया था।”
उत्पत्ति 47:22 (HINOVBSI)
पर याजकों की भूमि उसने मोल न ली; क्योंकि याजकों के लिये फ़िरौन की ओर से नित्य भोजन का बन्दोबस्त था, और नित्य जो भोजन फ़िरौन उनको देता था वही वे खाते थे, इस कारण उनको अपनी भूमि बेचनी न पड़ी।
उत्पत्ति 50:22 (HINOVBSI)
यूसुफ अपने पिता के घराने समेत मिस्र में रहता रहा, और यूसुफ एक सौ दस वर्ष जीवित रहा।
उत्पत्ति 24:22 (HINOVBSI)
जब ऊँट पी चुके, तब उस पुरुष ने आधा तोला सोने का एक नथ निकालकर उसको दिया, और दस तोले सोने के कंगन उसके हाथों में पहिना दिए;
उत्पत्ति 30:22 (HINOVBSI)
परमेश्वर ने राहेल की भी सुधि ली, और उसकी सुनकर उसकी कोख खोली।
उत्पत्ति 35:22 (HINOVBSI)
जब इस्राएल उस देश में बसा था, तब एक दिन ऐसा हुआ कि रूबेन ने जाकर अपने पिता की रखेली बिल्हा के साथ कुकर्म किया; और यह बात इस्राएल को मालूम हो गई। याक़ूब के बारह पुत्र हुए।
उत्पत्ति 36:22 (HINOVBSI)
लोतान के पुत्र, होरी और हेमाम हुए; और लोतान की बहिन तिम्ना थी।
उत्पत्ति 37:22 (HINOVBSI)
फिर रूबेन ने उनसे कहा, “लहू मत बहाओ, उसको जंगल के इस गड़हे में डाल दो, और उस पर हाथ मत उठाओ।” वह उसको उनके हाथ से छुड़ाकर पिता के पास फिर पहुँचाना चाहता था।
उत्पत्ति 39:22 (HINOVBSI)
इसलिये बन्दीगृह के दारोगा ने उन सब बन्दियों को, जो कारागार में थे, यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; और जो जो काम वे वहाँ करते थे, वह उसी की आज्ञा से होता था।
उत्पत्ति 40:22 (HINOVBSI)
पर पकानेहारों के प्रधान को उसने टंगवा दिया, जैसा कि यूसुफ ने उनके स्वप्नों का फल उनसे कहा था।
उत्पत्ति 41:22 (HINOVBSI)
फिर मैं ने दूसरा स्वप्न देखा, कि एक ही डंठल में सात अच्छी अच्छी और अन्न से भरी हुई बालें निकलीं।
उत्पत्ति 27:22 (HINOVBSI)
तब याक़ूब अपने पिता इसहाक के निकट गया, और उसने उसको टटोलकर कहा, “बोल तो याक़ूब का सा है, पर हाथ एसाव ही के से जान पड़ते हैं।”
उत्पत्ति 18:22 (HINOVBSI)
तब वे पुरुष वहाँ से मुड़ के सदोम की ओर जाने लगे; पर अब्राहम यहोवा के आगे खड़ा रह गया।
उत्पत्ति 19:22 (HINOVBSI)
फुर्ती से वहाँ भाग जा; क्योंकि जब तक तू वहाँ न पहुँचे, तब तक मैं कुछ न कर सकूँगा।” इसी कारण उस नगर का नाम सोअर पड़ा।
उत्पत्ति 21:22 (HINOVBSI)
उन दिनों में ऐसा हुआ कि अबीमेलेक अपने सेनापति पीकोल को संग लेकर अब्राहम से कहने लगा, “जो कुछ तू करता है उसमें परमेश्वर तेरे संग रहता है;
उत्पत्ति 38:22 (HINOVBSI)
इसलिये उसने यहूदा के पास लौट के कहा, “मुझे वह नहीं मिली; और उस स्थान के लोगों ने कहा, ‘यहाँ तो कोई देवदासी न थी’।”
उत्पत्ति 45:22 (HINOVBSI)
उनमें से एक एक जन को उसने एक एक जोड़ा वस्त्र भी दिया; और बिन्यामीन को तीन सौ रूपे के टुकड़े और पाँच जोड़े वस्त्र दिए।
उत्पत्ति 11:22 (HINOVBSI)
जब सरूग तीस वर्ष का हुआ, तब उसके द्वारा नाहोर का जन्म हुआ;
उत्पत्ति 17:22 (HINOVBSI)
तब परमेश्वर ने अब्राहम से बातें करनी बन्द की और उसके पास से ऊपर चढ़ गया।
उत्पत्ति 5:22 (HINOVBSI)
मतूशेलह के जन्म के पश्चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्वर के साथ साथ चलता रहा, और उसके और भी बेटे बेटियाँ उत्पन्न हुईं।
उत्पत्ति 9:22 (HINOVBSI)
तब कनान के पिता हाम ने अपने पिता को नंगा देखा, और बाहर आकर अपने दोनों भाइयों को बतला दिया।
उत्पत्ति 10:22 (HINOVBSI)
शेम के पुत्र : एलाम, अश्शूर, अर्पक्षद, लूद और अराम हुए।
उत्पत्ति 3:22 (HINOVBSI)
फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, “मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है : इसलिये अब ऐसा न हो कि वह हाथ बढ़ाकर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ के खा ले और सदा जीवित रहे।”