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न्यायियों 16:5 (HINOVBSI)
तब पलिश्तियों के सरदारों ने उस स्त्री के पास जा के कहा, “तू उसको फुसलाकर पूछ कि उसके महाबल का भेद क्या है, और कौन सा उपाय करके हम उस पर ऐसे प्रबल हों, कि उसे बाँधकर दबा रखें; तब हम तुझे ग्यारह ग्यारह सौ टुकड़े चाँदी देंगे।”
न्यायियों 16:6 (HINOVBSI)
तब दलीला ने शिमशोन से कहा, “मुझे बता कि तेरे बड़े बल का भेद क्या है, और किस रीती से कोई तुझे बाँधकर दबा रख सकता है।”
न्यायियों 16:7 (HINOVBSI)
शिमशोन ने उससे कहा, “यदि मैं सात ऐसी नई नई ताँतों से बाँधा जाऊँ जो सुखाई न गई हों, तो मेरा बल घट जायेगा, और मैं साधारण मनुष्य के समान हो जाऊँगा।”
न्यायियों 16:8 (HINOVBSI)
तब पलिश्तियों के सरदार दलीला के पास ऐसी नई नई सात ताँतें ले गए जो सुखाई न गई थीं, और उनसे उसने शिमशोन को बाँधा।
न्यायियों 16:9 (HINOVBSI)
उसके पास कुछ मनुष्य कोठरी में घात लगाए बैठे थे। तब उसने उस से कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” तब उसने ताँतों को ऐसा तोड़ा जैसा सन का सूत आग से छूते ही टूट जाता है। और उसके बल का भेद न खुला।
न्यायियों 16:10 (HINOVBSI)
तब दलीला ने शिमशोन से कहा, “सुन, तू ने तो मुझ से छल किया, और झूठ कहा है; अब मुझे बता दे कि तू किस वस्तु से बंध सकता है।”
न्यायियों 16:12 (HINOVBSI)
तब दलीला ने नई नई रस्सियाँ लेकर और उसको बाँधकर कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” कितने मनुष्य उस कोठरी में घात लगाए हुए थे। तब उसने उनको सूत के समान अपनी भुजाओं पर से तोड़ डाला।
न्यायियों 16:13 (HINOVBSI)
तब दलीला ने शिमशोन से कहा, “अब तक तू मुझ से छल करता, और झूठ बोलता आया है; अब मुझे बता दे कि तू काहे से बंध सकता है?” उसने कहा, “यदि तू मेरे सिर की सातों लटें ताने में बुने तो बंध सकूँगा।”
न्यायियों 16:14 (HINOVBSI)
अत: उसने उसे खूँटी से जकड़ा। तब उससे कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” तब वह नींद से चौंक उठा, और खूँटी को धरन में से उखाड़कर उसे ताने समेत ले गया।
न्यायियों 16:15 (HINOVBSI)
तब दलीला ने उससे कहा, “तेरा मन तो मुझ से नहीं लगा, फिर तू क्यों कहता है, कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूँ? तू ने तीनों बार मुझ से छल किया, और मुझे नहीं बताया कि तेरे बड़े बल का भेद क्या है।”
न्यायियों 16:16 (HINOVBSI)
इस प्रकार जब उसने हर दिन बातें करते करते उसको तंग किया, और यहाँ तक हठ किया कि उसकी नाक में दम आ गया,
न्यायियों 16:17 (HINOVBSI)
तब उसने अपने मन का सारा भेद खोलकर उससे कहा, “मेरे सिर पर छुरा कभी नहीं फिरा, क्योंकि मैं माँ के पेट ही से परमेश्वर का नाज़ीर हूँ, यदि मैं मूँड़ा जाऊँ, तो मेरा बल इतना घट जाएगा कि मैं साधारण मनुष्य के समान हो जाऊँगा।”
न्यायियों 16:18 (HINOVBSI)
यह देखकर कि उस ने अपने मन का सारा भेद मुझ से कह दिया है, दलीला ने पलिश्तियों के सरदारों के पास कहला भेजा, “अब की बार फिर आओ, क्योंकि उसने अपने मन का सब भेद मुझे बता दिया है।” तब पलिश्तियों के सरदार हाथ में रुपया लिए हुए उसके पास गए।
न्यायियों 16:19 (HINOVBSI)
तब उसने उसको अपने घुटनों पर सुला रखा; और एक मनुष्य बुलवाकर उसके सिर की सातों लटें मुण्डवा डालीं। और वह उसको दबाने लगी, और वह निर्बल हो गया।
न्यायियों 16:20 (HINOVBSI)
तब उसने कहा, “हे शिमशोन, पलिश्ती तेरी घात में हैं!” तब वह चौंककर सोचने लगा, “मैं पहले के समान बाहर जाकर झटकूँगा।” वह तो न जानता था कि यहोवा उसके पास से चला गया है।
न्यायियों 16:21 (HINOVBSI)
तब पलिश्तियों ने उसको पकड़कर उसकी आँखें फोड़ डालीं, और उसे गाज़ा को ले जा के पीतल की बेड़ियों से जकड़ दिया; और वह बन्दीगृह में चक्की पीसने लगा।
न्यायियों 16:22 (HINOVBSI)
उसके सिर के बाल मुण्ड जाने के बाद फिर बढ़ने लगे।
न्यायियों 16:23 (HINOVBSI)
तब पलिश्तियों के सरदार अपने दागोन नामक देवता के लिये बड़ा बलिदान चढ़ाने और आनन्द करने को यह कहकर इकट्ठे हुए, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथ में कर दिया है।”
न्यायियों 16:24 (HINOVBSI)
और जब लोगों ने उसे देखा, तब यह कहकर अपने देवता की बड़ाई की, “हमारे देवता ने हमारे शत्रु, और हमारे देश का नाश करनेवाले को, जिस ने हम में से बहुतों को मार भी डाला, हमारे हाथ में कर दिया है।”
न्यायियों 16:25 (HINOVBSI)
जब उनका मन मगन हो गया, तब उन्हों ने कहा, “शिमशोन को बुलवा लो कि वह हमारे लिये तमाशा करे।” इसलिये शिमशोन बन्दीगृह में से बुलवाया गया, और उनके लिये तमाशा करने लगा, और खम्भों के बीच खड़ा कर दिया गया।
न्यायियों 16:26 (HINOVBSI)
तब शिमशोन ने उस लड़के से जो उसका हाथ पकड़े था कहा, “मुझे उन खम्भों को, जिनसे घर सम्भला हुआ है, छूने दे कि मैं उस पर टेक लगाऊँ।”
न्यायियों 16:27 (HINOVBSI)
वह घर स्त्री पुरुषों से भरा हुआ था; और पलिश्तियों के सब सरदार भी वहाँ थे, और छत पर कोई तीन हज़ार स्त्री पुरुष थे, जो शिमशोन को तामाशा करते हुए देख रहे थे।
न्यायियों 16:28 (HINOVBSI)
तब शिमशोन ने यह कहकर यहोवा की दोहाई दी, “हे प्रभु यहोवा, मेरी सुधि ले; हे परमेश्वर, अब की बार मुझे बल दे, कि मैं पलिश्तियों से अपनी दोनों आँखों का एक ही पलटा लूँ।”
न्यायियों 16:29 (HINOVBSI)
तब शिमशोन ने उन दोनों बीचवाले खम्भों को, जिनसे घर सम्भला हुआ था, पकड़कर एक पर तो दाहिने हाथ से और दूसरे पर बाएँ हाथ से बल लगा दिया।
न्यायियों 16:30 (HINOVBSI)
और शिमशोन ने कहा, “पलिश्तियों के संग मेरा प्राण भी जाए।” और वह अपना सारा बल लगाकर झुका; तब वह घर सब सरदारों और उसमें के सारे लोगों पर गिर पड़ा। इस प्रकार जिनको उसने मरते समय मार डाला वे उनसे भी अधिक थे जिन्हें उसने अपने जीवन में मार डाला था।