रोमियों 3:10-18
रोमियों 3:10-18 पवित्र बाइबल (HERV)
शास्त्र कहता है: “कोई भी धर्मी नहीं, एक भी! कोई समझदार नहीं, एक भी! कोई ऐसा नहीं, जो प्रभु को खोजता! सब भटक गए, वे सब ही निकम्मे बन गए, साथ-साथ सब के सब, कोई भी यहाँ पर दया तो दिखाता नहीं, एक भी नहीं!” “उनके मुँह खुली कब्र से बने हैं, वे अपनी जीभ से छल करते हैं।” “उनके होठों पर नाग विष रहता हैं।” “शाप से कटुता से मुँह भरे रहते है।” “हत्या करने को वे हरदम उतावले रहते है। वे जहाँ कहीं जाते नाश ही करते हैं, संताप देते हैं। उनको शांति के मार्ग का पता नहीं।” “उनकी आँखों में प्रभु का भय नहीं है।”
रोमियों 3:10-18 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जैसा कि धर्मग्रन्थ में लिखा है: “कोई भी धार्मिक नहीं है—एक भी नहीं। कोई भी समझदार नहीं, परमेश्वर की खोज में लगा रहने वाला कोई नहीं! सब भटक गये, सब समान रूप से भ्रष्ट हो गये हैं। कोई भी भलाई नहीं करता—एक भी नहीं। उनका गला खुली हुई कबर है; उनकी वाणी में छल कपट है और उनके होंठों के तले साँप का विष है। उनका मुँह अभिशाप और कटुता से भरा है। उनके पैर रक्तपात करने दौड़ते हैं, उनके मार्ग में विनाश है और विपत्ति। वे शान्ति का मार्ग नहीं जानते और उनकी आखों में परमेश्वर का भय है ही नहीं।”
रोमियों 3:10-18 Hindi Holy Bible (HHBD)
जैसा लिखा है, कि कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं। कोई समझदार नहीं, कोई परमेश्वर का खोजने वाला नहीं। सब भटक गए हैं, सब के सब निकम्मे बन गए, कोई भलाई करने वाला नहीं, एक भी नहीं। उन का गला खुली हुई कब्र है: उन्होंने अपनी जीभों से छल किया है: उन के होठों में सापों का विष है। और उन का मुंह श्राप और कड़वाहट से भरा है। उन के पांव लोहू बहाने को फुर्तीले हैं। उन के मार्गों में नाश और क्लेश हैं। उन्होंने कुशल का मार्ग नहीं जाना। उन की आंखों के साम्हने परमेश्वर का भय नहीं।
रोमियों 3:10-18 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
जैसा लिखा है : “कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं। कोई समझदार नहीं; कोई परमेश्वर का खोजनेवाला नहीं। सब भटक गए हैं, सब के सब निकम्मे बन गए हैं; कोई भलाई करने वाला नहीं, एक भी नहीं। उनका गला खुली हुई कब्र है, उन्होंने अपनी जीभों से छल किया है, उनके होठों में साँपों का विष है। उनका मुँह श्राप और कड़वाहट से भरा है। उनके पाँव लहू बहाने को फुर्तीले हैं, उनके मार्गों में नाश और क्लेश है, उन्होंने कुशल का मार्ग नहीं जाना। उनकी आँखों के सामने परमेश्वर का भय नहीं।”
रोमियों 3:10-18 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
जैसा लिखा है: “कोई धर्मी नहीं, एक भी नहीं। (सभो. 7:20) कोई समझदार नहीं; कोई परमेश्वर को खोजनेवाला नहीं। सब भटक गए हैं, सब के सब निकम्मे बन गए; कोई भलाई करनेवाला नहीं, एक भी नहीं। (भज. 14:3, भज. 53:1) उनका गला खुली हुई कब्र है: उन्होंने अपनी जीभों से छल किया है: उनके होठों में साँपों का विष है। (भज. 5:9, भज. 140:3) और उनका मुँह श्राप और कड़वाहट से भरा है। (भज. 10:7) उनके पाँव लहू बहाने को फुर्तीले हैं। उनके मार्गों में नाश और क्लेश है। उन्होंने कुशल का मार्ग नहीं जाना। (यशा. 59:8) उनकी आँखों के सामने परमेश्वर का भय नहीं।” (भज. 36:1)
रोमियों 3:10-18 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
पवित्र शास्त्र का लेख भी यही है: “कोई भी धर्मी नहीं—एक भी नहीं; कोई भी नहीं, जिसमें सोचने की शक्ति है; कोई भी नहीं, जो परमेश्वर को खोजता है! सभी परमेश्वर से दूर हो गए, वे सब निकम्मे हो गए. कोई भी भलाई करनेवाला नहीं, एक भी नहीं.” “उनके गले खुली कब्र तथा उनकी जीभ छल-कपट का साधन हैं.” “उनके होंठों से घातक सांपों का विष छलकता है.” “उनके मुंह शाप तथा कड़वाहट से भरे हुए हैं.” “उनके पांव लहू बहाने के लिए फुर्तीले हैं; विनाश तथा क्लेश उनके मार्ग में बिछे हैं, शांति के मार्ग से वे हमेशा अनजान हैं.” “उसकी दृष्टि में परमेश्वर के प्रति कोई भय है ही नहीं.”