भजन संहिता 62:1-5

भजन संहिता 62:1-5 पवित्र बाइबल (HERV)

मैं धीरज के साथ अपने उद्धार के लिए यहोवा का बाट जोहता हूँ। परमेश्वर मेरा गढ़ है। परमेश्वर मुझको बचाता है। ऊँचे पर्वत पर, परमेश्वर मेरा सुरक्षा स्थान है। मुझको महा सेनायें भी पराजित नहीं कर सकतीं। तू मुझ पर कब तक वार करता रहेगा मैं एक झूकी दीवार सा हो गया हूँ, और एक बाड़े सा जो गिरने ही वाला है। वे लोग मेरे नाश का कुचक्र रच रहें हैं। मेरे विषय में वे झूठी बातें बनाते हैं। लोगों के बीच में, वे मेरी बढाई करते, किन्तु वे मुझको लुके—छिपे कोसते हैं। मैं यहोवा की बाट धीरज के साथ जोहता हूँ। बस परमेश्वर ही अपने उद्धार के लिए मेरी आशा है।

भजन संहिता 62:1-5 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

मात्र परमेश्वर में मेरे प्राणों की विश्रान्ति है; वही मेरे उद्धार के कारण हैं. वही मेरे लिए एक स्थिर चट्टान और मेरा उद्धार हैं; वह मेरे सुरक्षा-दुर्ग हैं, अब मेरा विचलित होना संभव नहीं. तुम कब तक उस पुरुष पर प्रहार करते रहोगे, मैं जो झुकी हुई दीवार अथवा गिरते बाड़े समान हूं? क्या तुम मेरी हत्या करोगे? उन्होंने मुझे मेरी उन्‍नत जगह से उखाड़ डालने का निश्चय कर लिया है. झूठाचार में ही उनका संतोष मगन होता है. अपने मुख से वे आशीर्वचन उच्चारते तो हैं, किंतु मन ही मन वे उसे शाप देते रहते हैं. मेरे प्राण, शांत होकर परमेश्वर के उठने की प्रतीक्षा कर; उन्हीं में तुम्हारी एकमात्र आशा मगन है.