यिर्मयाह 20:7-13

यिर्मयाह 20:7-13 पवित्र बाइबल (HERV)

हे यहोवा, तूने मुझे धोखा दिया और मैं निश्चय ही मूर्ख बनाया गया। तू मुझसे अधिक शक्तिशाली है अत: तू विजयी हुआ। मैं मजाक बन कर रह गया हूँ। लोग मुझ पर हँसते हैं और सारा दिन मेरा मजाक उड़ाते हैं। जब भी मैं बोलता हूँ, चीख पड़ता हूँ। मैं लगातार हिंसा और तबाही के बारे में चिल्ला रहा हूँ। मैं लोगों को उस सन्देश के बारे में बताता हूँ जिसे मैंने यहोवा से प्राप्त किया। किन्तु लोग केवल मेरा अपमान करते हैं और मेरा मजाक उड़ाते हैं। कभी—कभी मैं अपने से कहता हूँ: “मैं यहोवा के बारे में भूल जाऊँगा। मैं अब आगे यहोवा के नाम पर नहीं बोलूँगा।” किन्तु यदि मैं ऐसा कहता हूँ तो यहोवा का सन्देश मेरे भीतर भड़कती ज्वाला सी हो जाती है। मुझे ऐसा लगता है कि यह अन्दर तक मेरी हड्डियों को जला रही है। मैं अपने भीतर यहोवा के सन्देश को रोकने के प्रयत्न में थक जाता हूँ और अन्तत: मैं इसे अपने भीतर रोकने में समर्थ नहीं हो पाता। मैं अनेक लोगों को दबी जुबान अपने विरुद्ध बातें करता सुनता हूँ। सर्वत्र मैं वह सब सुनता हूँ जो मुझे भयभीत करते हैं। यहाँ तक कि मेरे मित्र भी मेरे विरुद्ध बातें करते हैं। चलो हम अधिकारियों को इसके बारे में सूचित करें। लोग केवल इस प्रतीक्षा में हैं कि मैं कोई गलती करूँ। वे कह रहे हैं, “आओ हम झूठ बोलें और कहें कि उसने कुछ बुरे काम किए हैं। सम्भव है हम यिर्मयाह को धोखा दे सकें। तब वह हमारे साथ होगा। अन्तत: हम उससे छुटकारा पायेंगे। तब हम उसे दबोच लेंगे और उससे अपना बदला ले लेंगे।” किन्तु यहोवा मेरे साथ है। यहोवा एक दृढ़ सैनिक सा है। अत: जो लोग मेरा पीछा करते हैं, मुँह की खायेंगे। वे लोग मुझे पराजित नहीं कर सकेंगे। वे लोग असफल होंगे। वे निराश होंगे। वे लोग लज्जित होंगे और लोग उस लज्जा को कभी नहीं भूलेंगे। सर्वशक्तिमान यहोवा तू अच्छे लोगों की परीक्षा लेता है। तू व्यक्ति के दिल और दिमाग को गहराई से देखता है। मैंने उन व्यक्तियों के विरुद्ध तूझे अनेकों तर्क दिये हैं। अत: मुझे यह देखना है कि तू उन्हें वह दण्ड देता है कि नहीं जिनके वे पात्र हैं। यहोवा के लिये गाओ! यहोवा की स्तुति करो! यहोवा दीनों के जीवन की रक्षा करता है! वह उन्हें दुष्ट लोगों की शक्ति से बचाता है!

यिर्मयाह 20:7-13 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

हे प्रभु, तूने मुझे धोखा दिया, और मैंने धोखा खाया! प्रभु, तू मुझ से बलवान है, अत: मैं तेरे हाथों से पराजित हो गया। प्रभु, मैं तेरे कारण सब लोगों के लिए हंसी का पात्र बन गया हूं, वे दिन-भर मेरी हंसी उड़ाते हैं; क्‍योंकि जब-जब मैं जोर से बोलता हूं, तब-तब मेरे ओठों से बड़े जोर-शोर से ‘हिंसा और विनाश’ की नबूवत ही निकलती है। प्रभु तेरा वचन मेरे लिए निन्‍दा और अपमान का कारण बन गया, और मैं यह दिन-भर सहता हूं। यदि मैं यह कहूं, कि मैं तेरी चर्चा न करूंगा, तेरे नाम से नहीं बोलूंगा, तो मेरे हृदय में मानो अग्‍नि धधक उठती है, और वह हड्डियों में समा जाती है। मैं उस आग को बाहर निकलने से रोक नहीं पाता हूं; सचमुच मैं उसको रोक सकने में असमर्थ हो जाता हूं। प्रभु, मैं अपने विरुद्ध अनेक लोगों की कानाफूसी सुनता हूँ। मेरे चहुं ओर आतंक का साम्राज्‍य है। लोग मेरे विरुद्ध यह कह रहे हैं: ‘आओ, हम उस पर दोष लगाएं; तब हम उसको अपराधी ठहरा देंगे।’ मेरे घनिष्‍ठ मित्र भी मेरे पतन की राह देख रहे हैं। वे कह रहे हैं, ‘शायद वह धोखा खाए। तब हम उसको अपने वश में कर लेंगे, और उससे बदला लेंगे।’ किन्‍तु, प्रभु, तू मानो आतंकमय योद्धा है। तू मेरे साथ है। अत: मुझे सतानेवाले, मेरे बैरी, मुंह के बल गिरेंगे; वे मुझ पर प्रबल न होंगे। वे अपनी पराजय के कारण अत्‍यन्‍त लज्‍जित होंगे। उनका यह अपमान सदा बना रहेगा, और कभी भुलाया न जा सकेगा। हे स्‍वर्गिक सेनाओं के प्रभु, तू धार्मिक जन को परखता है; तू हर एक व्यक्‍ति के हृदय और मन को जानता है। प्रभु, मैं अपनी आंखों से देखूं, कि तूने उनसे प्रतिशोध लिया है; क्‍योंकि मैंने अपना यह मुकदमा तुझ पर छोड़ दिया है। प्रभु के लिए स्‍तुतिगान गाओ; प्रभु की स्‍तुति करो! क्‍योंकि उसने दुष्‍कर्मियों के हाथ से गरीब के प्राण मुक्‍त किए हैं।

यिर्मयाह 20:7-13 Hindi Holy Bible (HHBD)

हे यहोवा, तू ने मुझे धोखा दिया, और मैं ने धोखा खाया; तू मुझ से बलवन्त है, इस कारण तू मुझ पर प्रबल हो गया। दिन भर मेरी हंसी होती है; सब कोई मुझ से ठट्ठा करते हैं। क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ कि उपद्रव और उत्पात हुआ, हां उत्पात! क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। यदि मैं कहूं, मैं उसकी चर्चा न करूंगा न उसके नाम से बोलूंगा, तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो, और मैं अपने को रोकते रोकते थक गया पर मुझ से रहा नहीं जाता। मैं ने बहुतों के मुंह से अपना अपवाद सुना है। चारों ओर भय ही भय है! मेरी जान पहचान के सब जो मेरे ठोकर खाने की बाट जोहते हैं, वे कहते हैं, उसके दोष बताओ, तब हम उनकी चर्चा फैला देंगे। कदाचित वह धोखा खाए, तो हम उस पर प्रबल हो कर, उस से बदला लेंगे। परन्तु यहोवा मेरे साथ है, वह भयंकर वीर के समान है; इस कारण मेरे सताने वाले प्रबल न होंगे, वे ठोकर खाकर गिरेंगे। वे बुद्धि से काम नहीं करते, इसलिये उन्हें बहुत लज्जित होना पड़ेगा। उनका अपमान सदैव बना रहेगा और कभी भूला न जाएगा। हे सेनाओं के यहोवा, हे धर्मियों के परखने वाले और हृदय और मन के ज्ञाता, जो बदला तू उन से लेगा, उसे मैं देखूं, क्योंकि मैं ने अपना मुक़द्दमा तेरे ऊपर छोड़ दिया है। यहोवा के लिये गाओ; यहोवा की स्तुति करो! क्योंकि वह दरिद्र जन के प्राण को कुकमिर्यों के हाथ से बचाता है।

यिर्मयाह 20:7-13 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

हे यहोवा, तू ने मुझे धोखा दिया, और मैं ने धोखा खाया; तू मुझ से बलवन्त है, इस कारण तू मुझ पर प्रबल हो गया। दिन भर मेरी हँसी उड़ाई जाती है; सब कोई मुझ से ठट्ठा करते हैं। क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ, “उपद्रव और उत्पात हुआ, हाँ उत्पात!” क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। यदि मैं कहूँ, “मैं उसकी चर्चा न करूँगा न उसके नाम से बोलूँगा,” तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो, और मैं अपने को रोकते रोकते थक गया पर मुझ से रहा नहीं जाता। मैं ने बहुतों के मुँह से अपनी निन्दा सुनी है। चारों ओर भय ही भय है! मेरी जान पहचान के सब जो मेरे ठोकर खाने की बाट जोहते हैं, वे कहते हैं, “उसके दोष बताओ, तब हम उनकी चर्चा फैला देंगे। कदाचित् वह धोखा खाए, तो हम उस पर प्रबल होकर, उससे बदला लेंगे।” परन्तु यहोवा मेरे साथ है, वह भयंकर वीर के समान है; इस कारण मेरे सतानेवाले प्रबल न होंगे, वे ठोकर खाकर गिरेंगे। वे बुद्धि से काम नहीं करते, इसलिये उन्हें बहुत लज्जित होना पड़ेगा। उनका अपमान सदैव बना रहेगा और कभी भूला न जाएगा। हे सेनाओं के यहोवा, हे धर्मियों के परखनेवाले और हृदय और मन के ज्ञाता, जो बदला तू उनसे लेगा, उसे मैं देखूँ, क्योंकि मैं ने अपना मुक़द्दमा तेरे ऊपर छोड़ दिया है। यहोवा के लिये गाओ; यहोवा की स्तुति करो! क्योंकि वह दरिद्र जन के प्राण को कुकर्मियों के हाथ से बचाता है।

यिर्मयाह 20:7-13 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

हे यहोवा, तूने मुझे धोखा दिया, और मैंने धोखा खाया; तू मुझसे बलवन्त है, इस कारण तू मुझ पर प्रबल हो गया। दिन भर मेरी हँसी होती है; सब कोई मुझसे ठट्ठा करते हैं। क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ, “उपद्रव और उत्पात हुआ, हाँ उत्पात!” क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है। यदि मैं कहूँ, “मैं उसकी चर्चा न करूँगा न उसके नाम से बोलूँगा,” तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो, और मैं अपने को रोकते-रोकते थक गया पर मुझसे रहा नहीं जाता। (1 कुरि. 9:16) मैंने बहुतों के मुँह से अपनी निन्दा सुनी है। चारों ओर भय ही भय है! मेरी जान-पहचान के सब जो मेरे ठोकर खाने की बाट जोहते हैं, वे कहते हैं, “उसके दोष बताओ, तब हम उनकी चर्चा फैला देंगे। कदाचित् वह धोखा खाए, तो हम उस पर प्रबल होकर, उससे बदला लेंगे।” परन्तु यहोवा मेरे साथ है, वह भयंकर वीर के समान है; इस कारण मेरे सतानेवाले प्रबल न होंगे, वे ठोकर खाकर गिरेंगे। वे बुद्धि से काम नहीं करते, इसलिए उन्हें बहुत लज्जित होना पड़ेगा। उनका अपमान सदैव बना रहेगा और कभी भूला न जाएगा। हे सेनाओं के यहोवा, हे धर्मियों के परखनेवाले और हृदय और मन के ज्ञाता, जो बदला तू उनसे लेगा, उसे मैं देखूँ, क्योंकि मैंने अपना मुकद्दमा तेरे ऊपर छोड़ दिया है। यहोवा के लिये गाओ; यहोवा की स्तुति करो! क्योंकि वह दरिद्र जन के प्राण को कुकर्मियों के हाथ से बचाता है।

यिर्मयाह 20:7-13 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

याहवेह, आपने मुझे प्रलोभित किया, कि मैं प्रलोभित हो गया; आपने मुझे गुमराह किया और आप मुझ पर प्रबल भी हो गए. सारे दिन मैं उपहास का बर्तन बना रहता हूं; सभी मेरा उपहास करते रहते हैं. जब भी मैं कुछ कहना चाहता हूं, मैं उच्च स्वर में रोने लगता हूं; मेरी वाणी के विषय रह गए हैं हिंसा एवं विध्वंस. क्योंकि मेरे संदर्भ में याहवेह के संदेश का परिणाम हुआ है सतत निंदा एवं फटकार. किंतु यदि मैं यह निश्चय करूं, “अब मैं याहवेह का उल्लेख ही नहीं करूंगा अथवा अब मैं उनकी ओर से कोई भी संदेश भेजा न करूंगा,” तब आपका संदेश मेरे हृदय में प्रज्वलित अग्नि का रूप ले लेता है, वह प्रज्वलित अग्नि जो मेरी अस्थियों में बंद है. अब यह मेरे लिए असह्य हो रही है; इसे दूर रखते-रखते मैं व्यर्थ हो चुका हूं. मैंने अनेकों को दबे स्वर में यह कहते सुना है, “चारों ओर आतंक व्याप्‍त हो चुका है! फटकार करो उनकी! निःसंदेह हमें उनकी फटकार करनी ही होगी!” ये मेरे विश्वास्य मित्रों के शब्द हैं जिन्हें मेरे पतन में रुचि है. वे विचार कर रहे हैं, “संभव है वह फंदे में फंस जाए; और हम उसे अपने वश में कर लें तथा उससे अपना बदला ले लें.” किंतु याहवेह मेरे साथ शक्तिवान योद्धा के सदृश हैं जिसका आतंक चारों ओर व्याप्‍त है; इसलिये मेरे उत्पीड़क मुझ पर प्रबल न होंगे बल्कि लड़खड़ा जाएंगे. अपनी विफलता पर उन्हें घोर लज्जा का सामना करना पड़ेगा यह ऐसी चिरस्थायी लज्जा होगी; जिसे भूलना पसंद करना संभव न होगा. फिर भी सेनाओं के याहवेह, आप तो सद्‍वृत्त की विवेचना करते रहते हैं, आपकी दृष्टि मन एवं हृदय का आंकलन करती रहती है, कुछ ऐसा कीजिए कि मैं आपके द्वारा उनसे लिए गए बदले का प्रत्यक्षदर्शी हो जाऊं, क्योंकि अपना मुकदमा मैंने आपको ही सौंप रखा है. याहवेह के लिए गायन हो! याहवेह का स्तवन हो! क्योंकि उन्होंने निस्सहाय के प्राणों को बुरे बंधन से उद्धार प्रदान किया है.

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