शासक ग्रंथ 7:8-15
शासक ग्रंथ 7:8-15 पवित्र बाइबल (HERV)
इसलिए गिदोन ने इस्राएल के शेष व्यक्तियों को उनके घर भेज दिया। किन्तु गिदोन ने तीन सौ व्यक्तियों को अपने साथ रखा। उन तीन सौ आदमियों ने अन्य जाने वाले आदमियों के भोजन, सामग्री और तुरहियों को रख लिया। अभी मिद्यानी लोग, गिदोन के नीचे घाटी में डेरा डाले हुए थे। रात को यहोवा ने गिदोन से बातें कीं। यहोवा ने उससे कहा, “उठो गिदोन, लोगों के डेरों में जाओ, क्योंकि मैं तुम्हें उन लोगों को हराने दूँगा। किन्तु यदि तुम अकेले वहाँ जाने से डरते हो तो अपने नौकर फूरा को अपने साथ ले लो। जब तुम मिद्यानी लोगों के डेरे के पास जाओ तो यह सुनो कि वे लोग क्या कह रहे हैं। जब तुम यह सुन लोगे कि वे क्या कह रहे हैं तब तुम उस डेरे पर आक्रमण करने से नहीं डरोगे।” इसलिए गिदोन और उसका नौकर फूरा दोनों शत्रु के डेरे की छोर पर पहुँचे। मिद्यानी, अमालेकी तथा पूर्व के अन्य सभी लोग उस घाटी में डेरा डाले थे। वहाँ वे इतनी बड़ी संख्या में थे कि टिड्डी—दल से प्रतीत होते थे। ऐसा प्रतीत हुआ कि उन लोगों के पास इतने ऊँट थे, जितने समुद्र के किनारे बालू के कण। जब गिदोन शत्रुओं के डेरे में पहुँचा, उसने एक व्यक्ति को बातें करते सुना। वह व्यक्ति अपने देखे हुए स्वप्न को उसे बता रहा था। वह व्यक्ति कह रहा था। “मैंने यह स्वपन देखा कि मिद्यान के लोगों के डेरे में एक गोल रोटी चक्कर खाती हुई आई। उस रोटी ने डेरे पर इतनी कड़ी चोट की कि डेरा पलट गया और चौड़ा होकर गिर गया।” उस व्यक्ति का मित्र उस स्वप्न का अर्थ जानता था। उस व्यक्ति के मित्र ने कहा, “तुम्हारे स्वप्न का केवल एक ही अर्थ है। तुम्हारा स्वप्न योआश के पुत्र गिदोन की शक्ति के बारे में है। वह इस्राएल का है। इसका अभिप्राय यह है कि परमेश्वर मिद्यानी लोगों की सारी सेना को गिदोन द्वारा परास्त करायेगा।” जब गिदोन ने स्वप्न के बारे में सुना और उसका अर्थ समझा तो वह परमेश्वर के प्रति झुका। तब गिदोन इस्राएली लोगों के डेरे में लौट गया। गिदोन ने लोगों को बाहर बुलाया, “तैयार हो जाओ। यहोवा हम लोगों को मिद्यानी लोगों को हराने में सहायता करेगा।”
शासक ग्रंथ 7:8-15 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
अत: गिद्ओन ने लोगों के हाथ से घड़े और नरसिंघे ले लिए। उसने तीन सौ पुरुषों को रोक लिया, और शेष इस्राएली लोगों को अपने-अपने तम्बू में भेज दिया। मिद्यानियों का पड़ाव गिद्ओन के पड़ाव के नीचे, घाटी में था। प्रभु ने उसी रात गिद्ओन से कहा, ‘उठ और उतर कर मिद्यानियों के पड़ाव पर जा; क्योंकि मैंने उसको तेरे हाथ में सौंप दिया है। यदि तू नीचे उतरने से डरता है तो अपने सेवक पूराह को पड़ाव पर, नीचे ले जा। वहाँ तू उनकी बातचीत सुनना कि वे क्या बातें करते हैं। तब तेरे हाथ मजबूत होंगे, और तू नीचे उतर कर उनके पड़ाव पर आक्रमण कर सकेगा।’ अतएव गिद्ओन अपने सेवक पूराह के साथ पड़ाव के सशस्त्र सैनिकों की सीमा-चौकी में गया। मिद्यानी, अमालेकी और पूर्व के निवासी असंख्य टिड्डी दल के सदृश घाटी में पड़ाव डाले हुए थे। उनके ऊंट, समुद्र तट के रेतकणों के समान असंख्य थे। जब गिद्ओन वहाँ आया तब एक सैनिक अपने साथी को स्वप्न सुना रहा था। वह कह रहा था, ‘मैंने एक सपना देखा। जौ की एक रोटी हमारे मिद्यानी पड़ाव पर लुढ़कती हुई आई। वह तम्बू तक आई। तब उसने तम्बू को ऐसी टक्कर मारी कि वह गिर पड़ा। उसने तम्बू को उलट दिया। तम्बू उखड़कर भूमि पर गिर पड़ा।’ उसके साथी ने उत्तर दिया, ‘यह रोटी, इस्राएली गिद्ओन बेन-योआश की तलवार के अतिरिक्त कुछ नहीं है। ईश्वर ने मिद्यानियों को, उसके समस्त पड़ाव को गिद्ओन के हाथ में सौंप दिया है।’ जब गिद्ओन ने स्वप्न की बातें और उसका अर्थ सुना तब भूमि पर झुककर प्रभु की वन्दना की। वह इस्राएली-पड़ाव को लौट गया। उसने इस्राएलियों से कहा, ‘उठो! प्रभु ने मिद्यानी पड़ाव को तुम्हारे हाथ में सौंप दिया है।’
शासक ग्रंथ 7:8-15 Hindi Holy Bible (HHBD)
तब उन लोगों ने हाथ में सीधा और अपने अपने नरसिंगे लिए; और उसने इस्राएल के सब पुरूषों को अपने अपने डेरे की ओर भेज दिया, परन्तु उन तीन सौ पुरूषों को अपने पास रख छोड़ा; और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी॥ उसी रात को यहोवा ने उस से कहा, उठ, छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूं। परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो, तो अपने सेवक फूरा को संग ले कर छावनी के पास जा कर सुन, कि वे क्या कह रहे है; उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का हियाव होगा। तब वह अपने सेवक फूरा को संग ले उन हथियार-बन्दों के पास जो छावनी की छोर पर थे उतर गया। मिद्यानी और अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे; और उनके ऊंट समुद्रतीर के बालू के किनकों के समान गिनती से बाहर थे। जब गिदोन वहां आया, तब एक जन अपने किसी संगी से अपना स्वप्न यों कह रहा था, कि सुन, मैं ने स्वप्न में क्या देखा है कि जौ की एक रोटी लुढ़कते लुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई, और डेरे को ऐसा टक्कर मारा कि वह गिर गया, और उसको ऐसा उलट दिया, कि डेरा गिरा पड़ा रहा। उसके संगी ने उत्तर दिया, यह योआश के पुत्र गिदोन नाम एक इस्राएली पुरूष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है; उसी के हाथ में परमेश्वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है॥ उस स्वप्न का वर्णन और फल सुनकर गिदोन ने दण्डवत की; और इस्राएल की छावनी में लौटकर कहा, उठो, यहोवा ने मिद्यानी सेना को तुम्हारे वश में कर दिया है।
शासक ग्रंथ 7:8-15 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
तब उन तीन सौ लोगों ने अपने साथ भोजन सामग्री ली और अपने अपने नरसिंगे लिए; और उसने इस्राएल के अन्य सब पुरुषों को अपने अपने डेरे की ओर भेज दिया, परन्तु उन तीन सौ पुरुषों को अपने पास रख छोड़ा; और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी। उसी रात यहोवा ने उससे कहा, “उठ, छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूँ। परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो, तो अपने सेवक फूरा को संग लेकर छावनी के पास जाकर सुन, कि वे क्या कह रहे हैं; उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का साहस होगा।” तब वह अपने सेवक फूरा को संग ले उन हथियारबन्दों के पास जो छावनी के छोर पर थे उतर गया। मिद्यानी और अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे; और उनके ऊँट समुद्र तट की बालू के किनकों के समान गिनती से बाहर थे। जब गिदोन वहाँ आया, तब एक जन अपने किसी संगी से अपना स्वप्न यों कह रहा था, “सुन, मैं ने स्वप्न में क्या देखा है कि जौ की एक रोटी लुढ़कते लुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई, और डेरे को ऐसा टक्कर मारा कि वह गिर गया, और उसको ऐसा उलट दिया कि डेरा गिरा पड़ा रहा।” उसके संगी ने उत्तर दिया, “यह योआश के पुत्र गिदोन नामक एक इस्राएली पुरुष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है; उसी के हाथ में परमेश्वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है।” उस स्वप्न का वर्णन और फल सुनकर गिदोन ने दण्डवत् किया; और इस्राएल की छावनी में लौटकर कहा, “उठो, यहोवा ने मिद्यानी सेना को तुम्हारे वश में कर दिया है।”
शासक ग्रंथ 7:8-15 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
तब उन तीन सौ लोगों ने अपने साथ भोजन सामग्री ली और अपने-अपने नरसिंगे लिए; और उसने इस्राएल के अन्य सब पुरुषों को अपने-अपने डेरे की ओर भेज दिया, परन्तु उन तीन सौ पुरुषों को अपने पास रख छोड़ा; और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी। उसी रात को यहोवा ने उससे कहा, “उठ, छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूँ। परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो, तो अपने सेवक फूरा को संग लेकर छावनी के पास जाकर सुन, कि वे क्या कह रहे हैं; उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का हियाव होगा।” तब वह अपने सेवक फूरा को संग ले उन हथियार-बन्दों के पास जो छावनी के छोर पर थे उतर गया। मिद्यानी और अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे; और उनके ऊँट समुद्र तट के रेतकणों के समान गिनती से बाहर थे। जब गिदोन वहाँ आया, तब एक जन अपने किसी संगी को अपना स्वप्न बता रहा था, “सुन, मैंने स्वप्न में क्या देखा है कि जौ की एक रोटी लुढ़कते-लुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई, और डेरे को ऐसी टक्कर मारी कि वह गिर गया, और उसको ऐसा उलट दिया, कि डेरा गिरा पड़ा रहा।” उसके संगी ने उत्तर दिया, “यह योआश के पुत्र गिदोन नामक एक इस्राएली पुरुष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है; उसी के हाथ में परमेश्वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है।” उस स्वप्न का वर्णन और फल सुनकर गिदोन ने दण्डवत् किया; और इस्राएल की छावनी में लौटकर कहा, “उठो, यहोवा ने मिद्यानी सेना को तुम्हारे वश में कर दिया है।”
शासक ग्रंथ 7:8-15 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
इन लोगों ने अपने भोजन सामग्री और अपने नरसिंगे उठा लिए. बाकियों को गिदोन ने विदा कर दिया, और इस्राएली अपनी-अपनी घर को लौट गए, मगर इन तीन सौ को उसने अपने साथ रखा. मिदियानियों का पड़ाव नीचे घाटी में था. उसी रात याहवेह ने गिदोन को आदेश दिया, “उठो, जाकर पड़ाव पर हमला कर दो, क्योंकि मैंने उसे तुम्हारे अधीन कर दिया है. हां, यदि तुम्हें वहां जाने में डर लग रहा हो, तो अपने सेवक पुराह को लेकर वहां पड़ाव को जाओ. वहां जाकर सुनो कि वे क्या-क्या बातें कर रहे हैं. इससे तुम्हें हौसला मिलेगा कि तुम पड़ाव पर हमला कर सको.” सो गिदोन अपने सेवक पुराह को लेकर सेना के पड़ाव की सीमा चौकी पर जा पहुंचा. इस समय मिदियानी, अमालेक तथा पूर्वी देशों से आए हुए सैनिक घाटी में अपनी-अपनी छावनियों में लेटे हुए थे. वे टिड्डी दल के समान अनगिनत थे. उनके ऊंट भी अनगिनत थे, जैसे सागर किनारे की रेत. जब गिदोन सीमा चौकी पर पहुंचा, एक सैनिक अपने मित्र से अपने स्वप्न के बारे में बता रहा था; वह कह रहा था, “सुनो, मैंने एक स्वप्न देखा है. जौ की एक रोटी लुढ़कती हुई आई और मिदियानी पड़ाव में प्रवेश कर गई, एक तंबू तक पहुंचकर उसने उस पर ऐसा हमला किया, कि वह तंबू भूमि पर बिछ गया.” उसके मित्र ने उत्तर में कहा, “इस्राएली योआश के पुत्र गिदोन की तलवार के अलावा यह और कोई नहीं हो सकता. परमेश्वर ने मिदियान तथा उसकी पूरी छावनी को उसके वश में कर दिया है.” जब गिदोन ने इस स्वप्न तथा इसके फल के बारे में सुना, वह परमेश्वर की स्तुति में वहीं दंडवत हो गया. वह इस्राएली छावनी को लौट गया और वहां यह घोषणा कर दी, “उठो-उठो याहवेह ने मिदियानी पड़ाव को तुम्हारे वश में कर दिया है.”