यशायाह 26:3-7

यशायाह 26:3-7 पवित्र बाइबल (HERV)

हे यहोवा, तू हमें सच्ची शांति प्रदान करता है। तू उनको शान्ति दिया करता है, जो तेरे भरोसे हैं और तुझ पर विश्वास रखते हैं। अत: सदैव यहोवा पर विश्वास करो। क्यों क्योंकि यहोवा याह ही तुम्हारा सदा सर्वदा के लिये शरणस्थल होगा! किन्तु अभिमानी नगर को यहोवा ने झुकाया है और वहाँ के निवासियों को उसने दण्ड दियाहै। यहोवा ने उस ऊँचे बसी नगरी को धरती पर गिराया। उसने इसे धूल में मिलाने गिराया है। तब दीन और नम्र लोग नगरी के खण्डहरों को अपने पैर तले रौंदेंगे। खरापन खरे लोगों के जीने का ढंग है। खरे लोग उस राह पर चलते हैं जो सीधी और सच्ची होती है। परमेश्वर, तू उस राह को चलने के लिये सुखद व सरल बनाता है।

यशायाह 26:3-7 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

प्रभु! जो व्यक्‍ति अपने मन को सदा तुझ में लीन रखता है, उसको तू पूर्ण शान्‍त जीवन प्रदान करता है, क्‍योंकि वह तुझ पर भरोसा रखता है।” राष्‍ट्र के लोगो, प्रभु पर सदा भरोसा करो; क्‍योंकि प्रभु स्‍वयं शाश्‍वत चट्टान है : वह सदा हमारी रक्षा करता है। उच्‍च स्‍थान पर रहनेवालों को, उच्‍च स्‍थित नगर के निवासियों को प्रभु ने नीचा दिखाया है। उसने अहंकारी नगर को धूल में मिला दिया है, उसे भूमि पर ध्‍वस्‍त कर दिया है। अब लोगों के पांव उसको रौंदते हैं; गरीबों के पैर, दरिद्रों के पग उसको कुचलते हैं। धार्मिक व्यक्‍ति का मार्ग समतल होता है, क्‍योंकि प्रभु, तू उसके मार्ग को सीधा बनाता है।

यशायाह 26:3-7

यशायाह 26:3-7 HINCLBSIयशायाह 26:3-7 HINCLBSIयशायाह 26:3-7 HINCLBSI

YouVersion आपके अनुभव को वैयक्तिकृत करने के लिए कुकीज़ का उपयोग करता है। हमारी वेबसाइट का उपयोग करके, आप हमारी गोपनीयता नीति में वर्णित कुकीज़ के हमारे उपयोग को स्वीकार करते हैं।