फिलिप्पियों 2:6-8

फिलिप्पियों 2:6-8 HSB

जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होते हुए भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा, बल्कि अपने को शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप लेकर मनुष्य की समानता में हो गया। उसने मनुष्य रूप में प्रकट होकर अपने आपको दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ क्रूस की मृत्यु भी सह ली।

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फिलिप्पियों 2:6-8 - जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होते हुए भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा, बल्कि अपने को शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप लेकर मनुष्य की समानता में हो गया। उसने मनुष्य रूप में प्रकट होकर अपने आपको दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ क्रूस की मृत्यु भी सह ली।फिलिप्पियों 2:6-8 - जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होते हुए भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा, बल्कि अपने को शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप लेकर मनुष्य की समानता में हो गया। उसने मनुष्य रूप में प्रकट होकर अपने आपको दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ क्रूस की मृत्यु भी सह ली।फिलिप्पियों 2:6-8 - जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होते हुए भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा, बल्कि अपने को शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप लेकर मनुष्य की समानता में हो गया। उसने मनुष्य रूप में प्रकट होकर अपने आपको दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ क्रूस की मृत्यु भी सह ली।फिलिप्पियों 2:6-8 - जिसने परमेश्‍वर के स्वरूप में होते हुए भी परमेश्‍वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा, बल्कि अपने को शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप लेकर मनुष्य की समानता में हो गया। उसने मनुष्य रूप में प्रकट होकर अपने आपको दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ क्रूस की मृत्यु भी सह ली।

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