भजन संहिता 131:2-3
भजन संहिता 131:2-3 IRVHIN
निश्चय मैंने अपने मन को शान्त और चुप कर दिया है, जैसे दूध छुड़ाया हुआ बच्चा अपनी माँ की गोद में रहता है, वैसे ही दूध छुड़ाए हुए बच्चे के समान मेरा मन भी रहता है। हे इस्राएल, अब से लेकर सदा सर्वदा यहोवा ही पर आशा लगाए रह!