भजन संहिता 7:6-11

भजन संहिता 7:6-11 HINOVBSI

हे यहोवा, अपने क्रोध में उठ; क्रोध से भरे मेरे सतानेवाले के विरुद्ध तू खड़ा हो जा; मेरे लिये जाग! तू ने न्याय की आज्ञा दे दी है। देश देश के लोगों की मण्डली तेरे चारों ओर हो; और तू उनके ऊपर से होकर ऊँचे स्थानों पर लौट जा। यहोवा जाति जाति का न्याय करता है; यहोवा मेरे धर्म और खराई के अनुसार मेरा न्याय चुका दे। भला हो कि दुष्‍टों की बुराई का अन्त हो जाए, परन्तु धर्म को तू स्थिर कर; क्योंकि धर्मी परमेश्‍वर मन और मर्म का ज्ञाता है। मेरी ढाल परमेश्‍वर के हाथ में है, वह सीधे मनवालों को बचाता है। परमेश्‍वर धर्मी और न्यायी है, वरन् ऐसा ईश्‍वर है जो प्रतिदिन क्रोध करता है।