भजन संहिता 107:1-9

भजन संहिता 107:1-9 HINOVBSI

यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करुणा सदा की है! यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें, जिन्हें उसने शत्रु के हाथ से दाम देकर छुड़ा लिया है, और उन्हें देश देश से, पूरब–पश्‍चिम, उत्तर और दक्षिण से इकट्ठा किया है। वे जंगल में मरुभूमि के मार्ग पर भटकते फिरे, और कोई बसा हुआ नगर न पाया; भूख और प्यास के मारे, वे विकल हो गए। तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उसने उनको सकेती से छुड़ाया; और उनको ठीक मार्ग पर चलाया, ताकि वे बसने के लिये किसी नगर को जा पहुँचे। लोग यहोवा की करुणा के कारण, और उन आश्‍चर्यकर्मों के कारण, जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें! क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्‍ट करता है, और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्‍त करता है।

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भजन संहिता 107:1-9 - यहोवा का धन्यवाद करो,
क्योंकि वह भला है;
और उसकी करुणा सदा की है!
यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें,
जिन्हें उसने शत्रु के हाथ से दाम देकर
छुड़ा लिया है,
और उन्हें देश देश से,
पूरब–पश्‍चिम, उत्तर और दक्षिण से
इकट्ठा किया है।

वे जंगल में मरुभूमि के मार्ग पर भटकते फिरे,
और कोई बसा हुआ नगर न पाया;
भूख और प्यास के मारे,
वे विकल हो गए।
तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी,
और उसने उनको सकेती से छुड़ाया;
और उनको ठीक मार्ग पर चलाया,
ताकि वे बसने के लिये किसी
नगर को जा पहुँचे।
लोग यहोवा की करुणा के कारण,
और उन आश्‍चर्यकर्मों के कारण,
जो वह मनुष्यों के लिये करता है,
उसका धन्यवाद करें!
क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्‍ट
करता है,
और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्‍त करता है।भजन संहिता 107:1-9 - यहोवा का धन्यवाद करो,
क्योंकि वह भला है;
और उसकी करुणा सदा की है!
यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें,
जिन्हें उसने शत्रु के हाथ से दाम देकर
छुड़ा लिया है,
और उन्हें देश देश से,
पूरब–पश्‍चिम, उत्तर और दक्षिण से
इकट्ठा किया है।

वे जंगल में मरुभूमि के मार्ग पर भटकते फिरे,
और कोई बसा हुआ नगर न पाया;
भूख और प्यास के मारे,
वे विकल हो गए।
तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी,
और उसने उनको सकेती से छुड़ाया;
और उनको ठीक मार्ग पर चलाया,
ताकि वे बसने के लिये किसी
नगर को जा पहुँचे।
लोग यहोवा की करुणा के कारण,
और उन आश्‍चर्यकर्मों के कारण,
जो वह मनुष्यों के लिये करता है,
उसका धन्यवाद करें!
क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्‍ट
करता है,
और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्‍त करता है।