गिनती 16:24-33

गिनती 16:24-33 HINOVBSI

“मण्डली के लोगों से कह कि कोरह, दातान, और अबीराम के तम्बुओं के आसपास से हट जाओ।” तब मूसा उठकर दातान और अबीराम के पास गया; और इस्राएलियों के वृद्ध लोग उसके पीछे पीछे गए। और उस ने मण्डली के लोगों से कहा, “तुम उन दुष्‍ट मनुष्यों के डेरों के पास से हट जाओ, और उनकी कोई वस्तु न छूओ, कहीं ऐसा न हो कि तुम भी उनके सब पापों में फँसकर मिट जाओ।” यह सुन के वे कोरह, दातान और अबीराम के तम्बुओं के आसपास से हट गए; परन्तु दातान और अबीराम निकलकर अपनी पत्नियों, बेटों, और बाल–बच्‍चों समेत अपने अपने डेरे के द्वार पर खड़े हुए। तब मूसा ने कहा, “इस से तुम जान लोगे की यहोवा ने मुझे भेजा है कि यह सब काम करूँ, क्योंकि मैं ने अपनी इच्छा से कुछ नहीं किया। यदि उन मनुष्यों की मृत्यु और सब मनुष्यों के समान हो,और उनका दण्ड सब मनुष्यों के समान हो, तब जानो कि मैं यहोवा का भेजा हुआ नहीं हूँ। परन्तु यदि यहोवा अपनी अनोखी शक्‍ति प्रकट करे, और पृथ्वी अपना मुँह पसारकर उनको, और उनका सब कुछ निगल जाए, और वे जीते जी अधोलोक में जा पड़ें, तो तुम समझ लो कि इन मनुष्यों ने यहोवा का अपमान किया है।” वह ये सब बातें कह ही चुका था कि भूमि उन लोगों के पाँव के नीचे फट गई; और पृथ्वी ने अपना मुँह खोल दिया और उनका, और उनके घरद्वार का सामान, और कोरह के सब मनुष्यों और उनकी सारी सम्पत्ति को भी निगल लिया। और वे और उनका सारा घरबार जीवित ही अधोलोक में जा पड़े; और पृथ्वी ने उनको ढाँप लिया, और वे मण्डली के बीच में से नष्‍ट हो गए।