लैव्यव्यवस्था 16:14-30

लैव्यव्यवस्था 16:14-30 HINOVBSI

तब वह बछड़े के लहू में से कुछ लेकर पूर्व की ओर प्रायश्‍चित्त के ढकने के ऊपर अपनी उंगली से छिड़के, और फिर उस लहू में से कुछ उंगली के द्वारा उस ढकने के सामने भी सात बार छिड़क दे। फिर वह उस पापबलि के बकरे को जो साधारण जनता के लिये होगा बलिदान करके उसके लहू को बीचवाले परदे के भीतर ले आए, और जिस प्रकार बछड़े के लहू से उसने किया था ठीक वैसा ही वह बकरे के लहू से भी करे, अर्थात् उसको प्रायश्‍चित्त के ढकने के ऊपर और उसके सामने छिड़के। और वह इस्राएलियों की भाँति भाँति की अशुद्धता, और अपराधों, और उनके सब पापों के कारण पवित्रस्थान के लिये प्रायश्‍चित्त करे; और मिलापवाला तम्बू जो उनके संग उनकी भाँति भाँति की अशुद्धता के बीच रहता है उसके लिये भी वह वैसा ही करे। जब हारून प्रायश्‍चित्त करने के लिये पवित्रस्थान में प्रवेश करे, तब से जब तक वह अपने और अपने घराने और इस्राएल की सारी मण्डली के लिये प्रायश्‍चित्त करके बाहर न निकले तब तक कोई मनुष्य मिलापवाले तम्बू में न रहे। फिर वह निकल कर उस वेदी के पास जो यहोवा के सामने है जाए और उसके लिये प्रायश्‍चित्त करे, अर्थात् बछड़े के लहू और बकरे के लहू दोनों में से कुछ लेकर उस वेदी के चारों कोनों के सींगों पर लगाए। और उस लहू में से कुछ अपनी उंगली के द्वारा सात बार उस पर छिड़ककर उसे इस्राएलियों की भाँति भाँति की अशुद्धता छुड़ाकर शुद्ध और पवित्र करे। “जब वह पवित्रस्थान और मिलापवाले तम्बू और वेदी के लिये प्रायश्‍चित्त कर चुके, तब जीवित बकरे को आगे ले आए; और हारून अपने दोनों हाथों को जीवित बकरे पर रखकर इस्राएलियों के सब अधर्म के कामों, और उनके सब अपराधों, अर्थात् उनके सारे पापों को अंगीकार करे, और उनको बकरे के सिर पर धरकर उसको किसी मनुष्य के हाथ जो इस काम के लिये तैयार हो जंगल में भेजके छुड़वा दे। वह बकरा उनके सब अधर्म के कामों को अपने ऊपर लादे हुए किसी निर्जन स्थान में उठा ले जाएगा; इसलिये वह मनुष्य उस बकरे को जंगल में छोड़ दे। “तब हारून मिलापवाले तम्बू में आए, और जिस सनी के वस्त्रों को पहने हुए उसने पवित्रस्थान में प्रवेश किया था उन्हें उतारकर वहीं पर रख दे। फिर वह किसी पवित्रस्थान में जल से स्‍नान कर अपने निज वस्त्र पहिन ले, और बाहर जाकर अपने होमबलि और साधारण जनता के होमबलि को चढ़ाकर अपने और जनता के लिये प्रायश्‍चित्त करे। और पापबलि की चरबी को वह वेदी पर जलाए। और जो मनुष्य बकरे को अज़ाज़ेल के लिये छोड़कर आए वह भी अपने वस्त्रों को धोए, और जल से स्‍नान करे, और तब वह छावनी में प्रवेश करे। और पापबलि का बछड़ा और पापबलि का बकरा भी जिनका लहू पवित्रस्थान में प्रायश्‍चित्त करने के लिये पहुँचाया जाए वे दोनों छावनी से बाहर पहुँचाए जाएँ; और उनका चमड़ा, मांस, और गोबर आग में जला दिया जाए। और जो उनको जलाए वह अपने वस्त्रों को धोए, और जल से स्‍नान करे, और इसके बाद वह छावनी में प्रवेश करने पाए। “तुम लोगों के लिये यह सदा की विधि होगी कि सातवें महीने के दसवें दिन को तुम अपने अपने जीव को दु:ख देना, और उस दिन कोई, चाहे वह तुम्हारे निज देश का हो चाहे तुम्हारे बीच रहने वाला कोई परदेशी हो, कोई भी किसी प्रकार का काम–काज न करे; क्योंकि उस दिन तुम्हें शुद्ध करने के लिये तुम्हारे निमित्त प्रायश्‍चित्त किया जाएगा; और तुम अपने सब पापों से यहोवा के सम्मुख पवित्र ठहरोगे।