“दयावन्त के साथ तू अपने को दयावन्त
दिखाता;
खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा
दिखाता है;
शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता;
और टेढ़े के साथ तू तिरछा बनता है।
दीन लोगों को तो तू बचाता है,
परन्तु अभिमानियों पर दृष्टि करके उन्हें
नीचा करता है।
हे यहोवा, तू ही मेरा दीपक है,
और यहोवा मेरे अन्धियारे को दूर करके
उजियाला कर देता है।
तेरी सहायता से मैं दल पर धावा करता,
अपने परमेश्वर की सहायता से मैं
शहरपनाह को फाँद जाता हूँ।
ईश्वर की गति खरी है;
यहोवा का वचन ताया हुआ है;
वह अपने सब शरणागतों की ढाल है।
“यहोवा को छोड़ क्या कोई ईश्वर है?
हमारे परमेश्वर को छोड़ क्या और कोई
चट्टान है?
यह वही ईश्वर है, जो मेरा अति दृढ़
क़िला है,
वह खरे मनुष्य को अपने मार्ग में लिए
चलता है।
वह मेरे पैरों को हरिणियों के से बना देता है,
और मुझे ऊँचे स्थानों पर खड़ा करता है।
वह मेरे हाथों को युद्ध करना सिखाता है,
यहाँ तक कि मेरी बाँहें पीतल के धनुष
को झुका देती हैं।
तू ने मुझ को अपने उद्धार की ढाल दी है,
और तेरी नम्रता मुझे बढ़ाती है।
तू मेरे पैरों के लिये स्थान चौड़ा करता है,
और मेरे पैर नहीं फिसले।
मैं ने अपने शत्रुओं का पीछा करके उनका
सत्यानाश कर दिया,
और जब तक उनका अन्त न किया तब
तक न लौटा।
मैं ने उनका अन्त किया;
और उन्हें ऐसा छेद डाला है कि वे उठ
नहीं सकते;
वरन् वे तो मेरे पाँवों के नीचे गिरे पड़े हैं।
तू ने युद्ध के लिये मेरी कमर बलवन्त की;
और मेरे विरोधियों को मेरे ही सामने
परास्त कर दिया।
तू ने मेरे शत्रुओं की पीठ मुझे दिखाई,
ताकि मैं अपने बैरियों को काट डालूँ।
उन्होंने बाट तो जोही, परन्तु कोई बचानेवाला
न मिला;
उन्होंने यहोवा की भी बाट जोही,
परन्तु उसने उनको कोई उत्तर न दिया।
तब मैं ने उनको कूट कूटकर भूमि की धूल
के समान कर दिया,
मैं ने उन्हें सड़कों और गली कूचों की
कीचड़ के समान पटककर चारों ओर
फैला दिया।
“फिर तू ने मुझे प्रजा के झगड़ों से छुड़ाकर
अन्य जातियों का प्रधान होने के लिये
मेरी रक्षा की;
जिन लोगों को मैं न जानता था वे भी मेरे
अधीन हो जाएँगे।
परदेशी मेरी चापलूसी करेंगे;
वे मेरा नाम सुनते ही मेरे वश में आएँगे।
परदेशी मुर्झाएँगे,
और अपने किलों में से थरथराते हुए
निकलेंगे।
“यहोवा जीवित है; मेरी चट्टान धन्य है,
और परमेश्वर जो मेरे उद्धार की चट्टान है,
उसकी महिमा हो।
धन्य है मेरा पलटा लेनेवाला ईश्वर,
जो देश देश के लोगों को मेरे वश में कर
देता है,
और मुझे मेरे शत्रुओं के बीच से निकालता है;
हाँ, तू मुझे मेरे विरोधियों से ऊँचा करता है,
और उपद्रवी पुरुष से बचाता है।
“इस कारण, हे यहोवा, मैं जाति जाति के
सामने तेरा धन्यवाद करूँगा,
और तेरे नाम का भजन गाऊँगा।
वह अपने ठहराए हुए राजा का बड़ा उद्धार
करता है,
वह अपने अभिषिक्त दाऊद, और उसके वंश
पर युगानुयुग करुणा करता रहेगा।”