भजन संहिता 107:4-9

भजन संहिता 107:4-9 HINCLBSI

कुछ निर्जन प्रदेश में, उजाड़ खण्‍ड में भटक रहे थे, उन्‍हें बस्‍ती का मार्ग नहीं मिला था। भूख और प्‍यास के कारण उनके प्राण मूर्छित हो गए थे। तब उन्‍होंने अपने संकट में प्रभु की दुहाई दी, और प्रभु ने विपत्ति से उन्‍हें छुड़ाया। वह उन्‍हें सीधे मार्ग पर ले गया कि वे बस्‍ती में पहुंच जाएं। प्रभु की करुणा के लिए, मानव-जाति के प्रति किए गए उसके आश्‍चर्यपूर्ण कर्मो के लिए वे उसकी सराहना करें। प्रभु प्‍यासे प्राण को तृप्‍त करता है, वह भूखे व्यक्‍ति को भली वस्‍तु से सन्‍तुष्‍ट करता है।