फिलिप्पियों 2:5-11

फिलिप्पियों 2:5-11 HINCLBSI

आप लोग अपने मनोभावों को येशु मसीह के मनोभावों के अनुसार बना लें: यद्यपि मसीह परमेश्‍वर-स्‍वरूप थे, फिर भी उन्‍होंने परमेश्‍वर के तुल्‍य होने को अपने अधिकार में करने की वस्‍तु नहीं समझा; वरन् दास का स्‍वरूप ग्रहण कर उन्‍होंने अपने को रिक्‍त कर दिया, और वह मनुष्‍यों के समान बन गए। मानवीय रूप में प्रकट होकर मसीह ने अपने को दीन बना लिया और यहाँ तक आज्ञाकारी रहे कि मृत्‍यु, हाँ क्रूस की मृत्‍यु भी, स्‍वीकार की। इसलिए परमेश्‍वर ने उन्‍हें अत्‍यन्‍त उन्नत किया और उनको वह नाम प्रदान किया जो सब नामों में श्रेष्‍ठ है, जिससे येशु के नाम पर स्‍वर्ग, पृथ्‍वी तथा अधोलोक के सब निवासी घुटने टेकें और पिता-परमेश्‍वर की महिमा के लिए सब लोग यह स्‍वीकार करें कि येशु मसीह प्रभु हैं।

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फिलिप्पियों 2:5-11 - आप लोग अपने मनोभावों को येशु मसीह के मनोभावों के अनुसार बना लें: यद्यपि मसीह परमेश्‍वर-स्‍वरूप थे, फिर भी उन्‍होंने परमेश्‍वर के तुल्‍य होने को अपने अधिकार में करने की वस्‍तु नहीं समझा; वरन् दास का स्‍वरूप ग्रहण कर उन्‍होंने अपने को रिक्‍त कर दिया, और वह मनुष्‍यों के समान बन गए। मानवीय रूप में प्रकट होकर मसीह ने अपने को दीन बना लिया और यहाँ तक आज्ञाकारी रहे कि मृत्‍यु, हाँ क्रूस की मृत्‍यु भी, स्‍वीकार की। इसलिए परमेश्‍वर ने उन्‍हें अत्‍यन्‍त उन्नत किया और उनको वह नाम प्रदान किया जो सब नामों में श्रेष्‍ठ है, जिससे येशु के नाम पर स्‍वर्ग, पृथ्‍वी तथा अधोलोक के सब निवासी घुटने टेकें और पिता-परमेश्‍वर की महिमा के लिए सब लोग यह स्‍वीकार करें कि येशु मसीह प्रभु हैं।फिलिप्पियों 2:5-11 - आप लोग अपने मनोभावों को येशु मसीह के मनोभावों के अनुसार बना लें: यद्यपि मसीह परमेश्‍वर-स्‍वरूप थे, फिर भी उन्‍होंने परमेश्‍वर के तुल्‍य होने को अपने अधिकार में करने की वस्‍तु नहीं समझा; वरन् दास का स्‍वरूप ग्रहण कर उन्‍होंने अपने को रिक्‍त कर दिया, और वह मनुष्‍यों के समान बन गए। मानवीय रूप में प्रकट होकर मसीह ने अपने को दीन बना लिया और यहाँ तक आज्ञाकारी रहे कि मृत्‍यु, हाँ क्रूस की मृत्‍यु भी, स्‍वीकार की। इसलिए परमेश्‍वर ने उन्‍हें अत्‍यन्‍त उन्नत किया और उनको वह नाम प्रदान किया जो सब नामों में श्रेष्‍ठ है, जिससे येशु के नाम पर स्‍वर्ग, पृथ्‍वी तथा अधोलोक के सब निवासी घुटने टेकें और पिता-परमेश्‍वर की महिमा के लिए सब लोग यह स्‍वीकार करें कि येशु मसीह प्रभु हैं।फिलिप्पियों 2:5-11 - आप लोग अपने मनोभावों को येशु मसीह के मनोभावों के अनुसार बना लें: यद्यपि मसीह परमेश्‍वर-स्‍वरूप थे, फिर भी उन्‍होंने परमेश्‍वर के तुल्‍य होने को अपने अधिकार में करने की वस्‍तु नहीं समझा; वरन् दास का स्‍वरूप ग्रहण कर उन्‍होंने अपने को रिक्‍त कर दिया, और वह मनुष्‍यों के समान बन गए। मानवीय रूप में प्रकट होकर मसीह ने अपने को दीन बना लिया और यहाँ तक आज्ञाकारी रहे कि मृत्‍यु, हाँ क्रूस की मृत्‍यु भी, स्‍वीकार की। इसलिए परमेश्‍वर ने उन्‍हें अत्‍यन्‍त उन्नत किया और उनको वह नाम प्रदान किया जो सब नामों में श्रेष्‍ठ है, जिससे येशु के नाम पर स्‍वर्ग, पृथ्‍वी तथा अधोलोक के सब निवासी घुटने टेकें और पिता-परमेश्‍वर की महिमा के लिए सब लोग यह स्‍वीकार करें कि येशु मसीह प्रभु हैं।

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