यशायाह 54:17

यशायाह 54:17 HINCLBSI

तेरे विरुद्ध बनाया गया कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा; जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत होगी, तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी। यह प्रभु के सेवकों की नियति है, मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’ प्रभु यह कहता है।

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यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।यशायाह 54:17 - तेरे विरुद्ध बनाया गया
कोई भी शस्‍त्र सफल न होगा;
जो साक्षी न्‍यायालय में तेरे विरुद्ध प्रस्‍तुत
होगी,
तू उसको निरस्‍त करने में सफल होगी।
यह प्रभु के सेवकों की नियति है,
मैं उनको विजय प्रदान करता हूं।’
प्रभु यह कहता है।