2 शमूएल 22:1-7
2 शमूएल 22:1-7 HINCLBSI
जिस दिन प्रभु ने दाऊद को उसके सब शत्रुओं के हाथ से और शाऊल के हाथ से मुक्त किया, उस दिन दाऊद ने प्रभु को सम्बोधित करते हुए यह गीत गाया : ‘प्रभु मेरी चट्टान, मेरा शरण-स्थल और मेरा मुक्तिदाता है! वह मेरा परमेश्वर, मेरी चट्टान है; मैं उसकी शरण में आता हूँ। वह मेरी ढाल, मेरा शक्तिशाली उद्धारकर्ता, मेरा गढ़, मेरा आश्रय-स्थल है। प्रभु, हिंसा से तू मुझे बचाता है। मैं प्रभु को पुकारता हूँ, जो सर्वथा स्तुति के योग्य है। मैं अपने शत्रुओं से मुक्त हुआ हूँ। ‘मृत्यु की तरंगों ने मुझे लपेट लिया; विनाश की प्रचंड धारा ने मुझ पर आक्रमण किया। मृतक-लोक के पाश-बन्धन ने मुझे उलझाया; मृत्यु का फन्दा मेरे सम्मुख आया। ‘मैंने संकट में प्रभु को पुकारा; मैंने अपने परमेश्वर की दुहाई दी। उसने अपने मन्दिर से मेरी वाणी सुनी; मेरी दुहाई उसके कानों में पहुँची।

