एक वर्ष 2018 में बाइबलMuestra

आशा से भरपूर वचन
वसंत के समय में 2005 की यह बात है, एक जवान युवक क्लार्क नामक बिल हाईवेल्स के लारीबी मित्र एक दुर्घटना में मर गए। अंतिम क्रिया के दौरान, जैसे कफन को कब्र में उतारा जा रहा था परिवार और सभी सगे संबंधियों की चीख और रोना ही सुनाई पड़ रहा था जिनका ह्रदय उनकी मृत्यु से बिखर गया था। क्लर्क के पिताजी बिल के कंधों पर सिर रखकर रो रहे थे और उनके कानों में धीमी आवाज़ से बोले ‘बिल, ये ऐसे नहीं ख़त्म हो सकता बस ऐसे ही नहीं हो सकता।'
बिल ने गुजारिश की कि क्या वो एक और प्रार्थना कर सकता है। परमेश्वर ने उनके मन में आशापूर्ण वचनों को बोला। उसने समझाया कि यीशु के पुनरुत्थान के द्वारा और कलार्क के मसीह पर विश्वास के कारण वह पहले से परमेश्वर की उपस्थिति में पहुंच चुका है। क्लार्क, उसका परिवार और सभी मित्र एक दिन अनंतकाल में एकत्रित होंगे और मिलेंगे।
इस क्षण पर बिल हाईवेल्स के वचन, ‘ हमारी दुनिया इस सोच में पड़ी है कि क्या अंधकार और बुराई जीत सकती है?,,,,,,, क्या गरीबी बढ़ती ही रहेगी?....... क्या विवाह टूटते रहेंगे? क्या हमेशा लोगों की खुशियाँ छिनती रहेंगी?.... क्या इसका अंत ऐसा ही होना है?....... मसीह में ....... उसका अंत हरगिज़ ऐसा नहीं।
हम इस धरती पर एक ही सन्देश के प्रबंधक हैं जो लोगों के दिलों को मनचाही चीज़ दे सकते हैं जो कि आशा है। यह आशा कि पाप क्षमा हो सकते हैं। आशा की प्रार्थनाओं का जवाब मिल सकता है। आशा, कि अवसरों का द्वार जो ऐसा लगता है कि बंद है खोला जा सकता है। आशा के टूटे हुए रिश्ते फिर से मिलाप में बदल जाएँगे। आशा की बीमारियों से जकड़े हुए शरीर चंगाई पाएंगे। आशा कि टूटे हुए विश्वाश या भरोसे फिर से जुड़ जाएंगे। आशा कि मुर्दा कलीसिया फिर से पुनर्स्थापित हो सकती है। सभी लोगों में से हम वह व्यक्ति (जीवित) होने चाहिए जो इस आशा को विश्वाश के साथ जीवन में लें और इसको जीकर दूसरों तक इसकी किरणों को पहुंचाएं। और हमें इस बात का एलान करना है कि यह आशा का समाचार सभी तक पहुंचाएं, परमेश्वर हमें अवसर देते हैं प्रभावित होने के लिए।
भजन संहिता 146:1-10
अपनी आशा किसी स्थान पर लगाएं
आज कल बहुत लोग ग़लत स्थान पर अपनी आशा को रखते हैं। वे धन में अपनी आशा रखते हैं, या सफल भविष्य से या फिर एक लंबे समय तक रहने वाले संबंधों पर, या फिर अपनी प्रतिमा और ओहदे या रुतबे पर। यह तो कुछ गलत नहीं है, परन्तु यह एक मज़बूत नीव नहीं है जिस पर आप अपना जीवन बना सकते हैं।
यह बहुत ही माइने रखता है आप भरोसा और आशा लगाते हैं, तुम प्रधानों पर भरोसा न रखना न किसी आदमी पर क्योंकि उसमे उद्धार करने की भी शक्ति नहीं। उसका भी प्राण निकलने पर वह भी मिट्टी में मिल जाएगा। उसी दिन उसकी सब कल्पनाएँ नष्ट हो जायेंगी। (व. 3 - 4)।
भजन सहिंताकार आप को सही मार्ग दर्शाते हैं कि आप को किस पर अपनी आशा रखनी है,’ क्या ही धन्य है वह, जिसका सहायक याकूब का परमेश्वर है और जिसका भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है। (व.5) अगर आप अपनी आशा परमेश्वर पर रखते हैं, तो वह आशा और प्राण के लिए लंगर है जो स्थिर और वृट है।‘ (इब्रानियो 6:19)
भजन सहिंताकार एक मज़बूत आशा प्रभु पर लगाए रहता है। वह परमेश्वर की बड़ाई लगातार करता रहता है। (भजन सहिता 146-1-2) वह पहचान जाता है कि परमेश्वर आकाश और पृथ्वी और समुद्र और उनमें जो कुछ है इनका कर्ता है और वह अपना वचन सदा के लिए पूरा करता है। (व.6)
आशा का परमेश्वर उन लोगों को एक नयी आशा देता है जो बहुत थोड़ी आशा रखते हैं। और वह मुझे और आपको यह कार्य करने के लिए बुलाता है।
भजन सहिंतकार ऐसा कुछ लोगों का वर्णन करता है जिन्हें सच में आशा की जरूरत है और वह उन्हें देता है। पिसे हुओं को, (व.7 अ) भूखों को (व.7ब) बंदियों को (व.7स) अंधों को (व. 8अ) परदेशियों को (व.9अ) और शोक संतप्त लोगों को (व.9ब)
प्रभु आपका धन्यवाद कि मैं आप में अपनी आशा रख सकता हूँ। धन्यवाद कि यह एक स्थिर और द्रढ़ लंगर है मेरे प्राण के लिए। मेरी सहायता करिए कि मैं उन लोगों को आशा दे सकूँ जिन्हें इसकी सख्त ज़रूरत है।
प्रकाशित वाक्य 14:14-15:8
आशा में आगे की ओर देखिए
आशा सामर्थी है। यह सिर्फ एक एहसास
या भावना नहीं है। यह परिस्थितियों पर निर्भर नहीं करती।
सच्ची आशा एक लगातार रहने वाली सकारात्मक सोच है इसके बजाय हमारी परिस्थिति क्या है। चीजें बेहतर के लिए बदल जाएंगी।
आशा एक मोटी चमड़ी के सामान है जो कितनी हवा चले फिर भी टिकेगी, लेकिन जॉन बनयान (1628 – 1688) अगर यह सही तरह की आशा है हर बातों को यह लेगी, उस अंडे की खातिर जो आने वाला है ..... यह आशा ही है जो मालिक व्यायाम करवाती है धीरज और सन्मय के लिए। उस क्रूस के अधीत में जब तक वह मुकुट को पाने का समय आएगा।
जब हम यह संसार की ओर मुड़कर देखते हैं हमें सिर्फ अन्याय नज़र आता है। बुरी बातें अच्छे लोगों के साथ होती हैं। बुराई हमेशा चढ़ाई करती है। हो सकता है अन्याय अभी हो रहा हो परन्तु एक दिन एक एक के लिए न्याय होगा। परमेश्वर हर चीज़ों को सही करेगा।
जैसे बीराप लेजली नियुबिगित ने कहा, ‘ मसीहों का प्रकाशमान होना इस बात से होता है कि वो फिर से आने वाला है’ और ‘ हम आने वाले राजा की ओर देखते हैं।‘ यह कल या कभी भी हो सकता है। यही मुझे याथपर्ण करती है और ज़िंदगी को एक मतलब देती है।
इस पद्य में यूहन्ना को ‘ सही चीज़ों को रखना’ इसकी झलक प्राप्त होती है। यीशु न्यायधीश होंगे। ‘ मैं ने दृष्टि की ओर देखा, एक उजला बादल है, और उस बादल पर मनुष्य के पुत्र जैसा कोई बैठा है. जिसके सिर पर सोने का मुकुट और धय में चोखा हंसुआ है।
यीशु ने कहा कि इस जीवन में गेहूं और जंगली बीज साथ में उगते हैं कटनी के समय तक(मत्ती 13:30) और यह की कटनी जगत का अंत है, और काटने वाले खेरीदूज हैं (व.39) वह बताता है कि कैसे जंगली दाने बटोरे जाते हैं और जलाये जाते हैं और कि कैसे उस समय धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे। (व.43)
एक न्याय को यहाँ पर देखते हैं जहां पर वुष्ट से संबंधित का नारा होता है, ‘ परमेश्वर के प्रकोप के रस्कुंड में’ (प्रकाशितवाक्य 14:19)
जैसे आप इसे पढ़ते हैं याद करें कि यीशु ने उस परमेश्वर के प्रकोप के कटोरे को आप के लिए पी लिया उस क्रूस पर, और इसलिये आप इन सब के न्याय से भाग बन गए हैं। इस पंक्ती में हम देखते हैं कि परमेश्वर का न्याय समाप्त होता है। (व.15:1) यूहन्ना ऐसी एक चीज़ को देखता है जो “ आग मिले हुए कांच का एक समुद्र है। एक छात्र जो जलती हुई पवित्रता और प्रशान्ति को दर्शाता है। शांती और धार्मिकता एक साथ होकर चलती है।
परमेश्वर का न्याय संसार को पवित्र बनाता है, भ्रष्टाचार और दुष्टता का नाश करते हुए और अपने लोगों को उनसे जो उन्हें सताते हैं बचाता है। (पशु और उसकी मूर्ति) (व.2)
जैसे कि निर्गमत के बाद एक बड़ी पुकार परमेश्वर के पास से लोगों की ओर पहुँची, जिन्होंने हाल ही में लाल समुद्र पार किया तो अब परमेश्वर की बड़ाई में एक बड़ा शब्द हो रहा है:
‘महान और अदभुत हैं आपके कार्य,
प्रभु परमेश्वर महान
न्यायी और सत्य हैं आपके मार्ग
समयों का राजा ........
सारे देश आएंगें और आपके सम्मुख आराधना करेंगें।
क्योंकि आपकी धार्मिकता के काम प्रकट हुए हैं। (व.3-4)
धन्यवाद प्रभु कि एक दिन आप सभी चीज़ों को सही स्थान में ले आंएगे। धन्यवाद कि मेरे पास इतनी महान आशा है। जो कि सिर्फ यीशु के क्रूस से संभव हुई है।
एज्रा 10:1-44
आशा कभी न छोडें
क्या आप को कभी ऐसा महसूस होता है कि आप बहुत दूर जा चुकें हैं? कुछ चीज़ें बहुत बार की हैं? या फिर इतना कुछ बुरा किया हो कि परमेश्वर तुम्हें माफ़ न करें यह पद्य एक प्रोत्साहन है कि कितना भी आप ने गलत किया हो‘ आप के लिए फिर भी एक आशा है’ (व.2) थेकातिया एज्रा से कहता है।
एज्रा प्रार्थना और पश्चाताप कर रहा था, गिड़गिड़ाते हुए और खुद को झुकाते हुए परमेश्वर के भवन के सामने (व.131) उसके साथ इस्राइल की एक बहुत बड़ी प्रजा थी – पुरुष, स्त्री और बच्चे उन्होंने भी विलाप किया (व.1ब)
एज्रा ने उपवास किया और लोगों की अविश्वासयोग्यता पर विलाप किया। पूर्ण रूप से 113 लोगों को महसूस हुआ कि उन्होंने पाप किया है। छियासी धन साधारण और सत्ताईस पुरोहित वर्ग के थे (लेवीय) । संपूर्ण मसीह सेवकाई की बुलाहट हमें परीक्षाओं से नहीं बचाती।
इसमे मुख्य बात जो रेखांकित की गई है वह यह कि इसरालियों का अन्य जातियों से विवाह करना। इस समय तक यह एक अधिकारिक समारोह होता था जिसके द्वारा गैर-यहूदी परिवर्तित हो सकते थे (6:21 देखें), यह ऐसा लगता है यह ही वह लोग थे जिन्होंने इसे करने से इनकार किया था।
एज्रा इस बात से चिंतित था कि बहुत से अपने मंगेतर को ( जहां बहुत से लोग अगुवे थे) उन्हें परमेश्वर से दूर कर देंगे। पवित्रशास्त्र आपको प्रोत्साहित करता है कि इस बात पर ध्यान दें कि आप किस्से विवाह करते हैं। और उससे विवाह न करें जो आप को परमेश्वर से दूर खींच सकता है (कुरिन्थियों 6:14) 6:14 और 3 सितंबर के लिए टिप्पणी देखें)।
फिर भी, अपनी पत्नियों को तलाक देने (एज़रा 10:19) एक तरह से अविश्वासियों को बदतर बनाना लग सकता है, और यह हमारे लिए पढ़ने के लिए एक कठिन लेखांश है। यह दिलचस्प बात है कि यह सर्वसम्मत नहीं था (v.15)। जब विश्वासघात हुआ, तो समाधान आदर्श से भी कम होना ही। और यह एक कठिन पद्य है हमारे लिए। परन्तु जब यही परेशानी नए नियम की कलीसिया के पास आई जिन्होंने अविश्वासी से विवाह किया हो उनको एक अलग किस्म की सलाह दी जाती है – उनको यह बताया जाता था कि अपने जीवन साथी के साथ जीवन बिता कर उनके लिए एक आशीष और आदर्श बनो। (1 कुरंथियों 7, 1 पतरस 3)
प्रभु यीशु हमारी सहायता कीजिए कि हम हमारे और हमारे समाज के पापों को गंभीर रूप से लें सकें। उनके लिए प्रार्थना करना, पश्चाताप करना, रोना और अपने आपको पश्चाताप में झुका देना आपके सम्मुख और ढिठाई को छोड़कर अगली बार आप के प्रति विश्वासयोग्य बनना। धन्यवाद कि अब भी आशा बाकी है आप के लोगों के लिए। धन्यवाद कि हमारी आशा आप में है, ‘जो सदा विश्वासयोग्य बना रहता है’ (भजन संहिता 146:6)
Pippa Adds
पीपा विज्ञापन
भजन सहिता 146:8
‘प्रभु झुके हुओ को सीधा खड़ा करते हैं’
यह वचन हमें हर एक बड़े दिन के साथ याद दिलाता है कि ऐसे बहुत लोग हैं जो कठिन समयों से होकर जा रहे हैं। परमेश्वर कैसे इन लोगों को उठा कर खड़ा करें? परमेश्वर हमें इस्तेमाल करना चाहते हैं।
References
नोट्स:
एडी द ड्रेपर, ड्रेपर्स कोटेशन्स फॉर द क्रिश्चियन वर्ल्ड, (टीन्डल हाउस पब्लिकेशन, 1992) पन्ना 5912.
बिल हाइबल्स, हॉली डिसकन्टेंट, (ज़ोन्डर्वन, 2007) पन्ने 147-148.
लेसली न्यूबिगिन इन इंटरव्यू विथ एन्ड्र्यू जी. वाल्कर, 1988, एन्ड्र्यू जी वाल्कर में लिखित प्रतिलिपी, वेवार्ड सन से नोट: ए मिसेलानी, (कास्केड बुक्स, 2015) पन्ना 268
जहाँ पर कुछ बताया न गया हो, उन वचनों को पवित्र बाइबल, न्यू इंटरनैशनल संस्करण एन्ग्लिसाइड से लिया गया है, कॉपीराइट © 1979, 1984, 2011 बिबलिका, पहले इंटरनैशनल बाइबल सोसाइटी, हूडर और स्टोगन पब्लिशर की अनुमति से प्रयोग किया गया, एक हॅचेट यूके कंपनी सभी अधिकार सुरक्षित। ‘एनआईवी’, बिबलिका यू के का पंजीकृत ट्रेडमार्क संख्या 1448790 है।
जिन वचनों को (एएमपी, AMP) से चिन्हित किया गया है उन्हें एम्प्लीफाइड® बाइबल से लिया गया है. कॉपीराइट © 1954, 1958, 1962, 1964, 1965, 1987 लॉकमैन फाउंडेशन द्वारा प्राप्त अनुमति से उपयोग किया गया है। (www.Lockman.org)
जिन वचनों को (एमएसजी MSG) से चिन्हित किया गया है उन्हें मैसेज से लिया गया है। कॉपीराइट © 1993, 1994, 1995, 1996, 2000, 2001, 2002. जिनका प्रयोग एनएवीप्रेस पब्लिशिंग ग्रुप की अनुमति से किया गया है।
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दुनिया भर में 20 लाख से अधिक अनुमानित प्रयोक्ताओं के साथ, Bible in One Year, एक प्रमुख दैनिक बाइबल पठन की योजना है। प्रत्येक दिन आपको, एक प्साल्म या नीतिवचन पाठ, एक न्यूटेस्टामेंट पाठ और एक ओल्ड टेस्टामेंट पाठ प्राप्त होगा। फिर निकी और पिप्पा गंबेल, अंतर्दृष्टिपूर्ण कमेंटरी प्रदान करते हैं, जो कि बाइबल के साथ-साथ पाठों के बारे में ताज़ा समझ प्रदान करने के लिएपढ़े या सुने जाने के लिए है। निकी लंदन में HTB चर्च के पादरी और Alpha के अग्रदूत हैं।
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