“धिक्कार ङेनकाङ्मोः कानुन लन्नान्न सिमि रे फरिसीव हो! ख्वाकिबा हो! तैङर्वाङिन ङेन पुदीना, सुप रे जिरा परमेस्वरग फुल्ङ। जेङ्नै न्याय, दया रे बिस्वासलैम कानुन्न ङोत्वा ल्होईवन चन ङेन वास्ताई मखेँ। मन घङ ल्होईन ङ्याबोई न्याय, दया रे बिस्वास यङ खेचे ख्या।