2 थिसलूनिकी जाणकारी
जाणकारी
थिसलूनिकी की बिस्वासी मंडळी म मसी क ओज्यु आबा की बातनै लेर घाट-बाट होरी ही। अर बे बिचार कर राख्या हा क मसी का आबा को दिन तो पेल्याई आगो। आ बिचारानै सुदारबा ताँई पोलुस थिसलूनिकी की बिस्वासी मंडळीनै दुसरी चिठी मांड्यो अर इ चिठी म बो बानै बतावै ह क मसी का ओज्यु आबाऊँ पेली निचपुणो अर बुराई नाक ताँई अड़ ज्यासी। अर अ बाता गुप्त म राज करबाळा की मरजीऊँ होसी जिनै “पाप को मिनख” अर “बिनास को बेटो” बोल्यो गयो ह, ओ ईसु मसी को विरोध करसी। पोलुस इ बात प बेत्ती जोर देवै ह क सगळा दुख अर पिड़ा क होतासोता बी इनै बाचबाळा को बिस्वास ठाडो रेह्णो चाए अर जीबा ताँई काम-धंधो करतो रेह्णो चाए जंय्यां पोलुस अर बिकाळा साती-संगी कर्या करता हा। अर दुसरा को भलो करबा म लाग्यो रेह्णो चाए।
रूपरेखा
राजी-खुसी का समचार। (1:1–2)
धनेवाद अर बडाई। (1:3–12)
मसी क ओज्यु आबा की सीख। (2:1–17)
मसी भेवार ताँई सीख। (3:1–15)
चिठी बंद करबो। (3:16–18)
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2 थिसलूनिकी जाणकारी: एस डब्लु वी
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2 थिसलूनिकी जाणकारी
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थिसलूनिकी की बिस्वासी मंडळी म मसी क ओज्यु आबा की बातनै लेर घाट-बाट होरी ही। अर बे बिचार कर राख्या हा क मसी का आबा को दिन तो पेल्याई आगो। आ बिचारानै सुदारबा ताँई पोलुस थिसलूनिकी की बिस्वासी मंडळीनै दुसरी चिठी मांड्यो अर इ चिठी म बो बानै बतावै ह क मसी का ओज्यु आबाऊँ पेली निचपुणो अर बुराई नाक ताँई अड़ ज्यासी। अर अ बाता गुप्त म राज करबाळा की मरजीऊँ होसी जिनै “पाप को मिनख” अर “बिनास को बेटो” बोल्यो गयो ह, ओ ईसु मसी को विरोध करसी। पोलुस इ बात प बेत्ती जोर देवै ह क सगळा दुख अर पिड़ा क होतासोता बी इनै बाचबाळा को बिस्वास ठाडो रेह्णो चाए अर जीबा ताँई काम-धंधो करतो रेह्णो चाए जंय्यां पोलुस अर बिकाळा साती-संगी कर्या करता हा। अर दुसरा को भलो करबा म लाग्यो रेह्णो चाए।
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राजी-खुसी का समचार। (1:1–2)
धनेवाद अर बडाई। (1:3–12)
मसी क ओज्यु आबा की सीख। (2:1–17)
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