तब ओ जातिमन के बीच जिहां ओमन बंधुवई म जाहीं, अऊ जेमन बांचे रहिहीं, ओमन मोला सुरता करहीं—ओमन के ओ बेभिचारी हिरदय ले मेंह कतेक दुखी होय हवंव, जऊन ह मोर ले दूरिहा हो गे हवय, अऊ ओमन के ओ आंखीमन ले मेंह कतेक दुखी हंव, जेमन ओमन के मूरतीमन के लालसा करथें। ओमन अपन करे गय बुरई के काम अऊ अपन जम्मो घिनौना बुता के कारन अपनआप ले घिन करहीं।